विधायक बना रहे बाजार की व्यवस्था, भाजपा पार्षद को नहीं आ रहा रास
By RK Expose, 3 April, 2017, 12:15
विधायक बना रहे बाजार की व्यवस्था, भाजपा पार्षद को नहीं आ रहा रास
हंगामे की सूचना मिलने पर पहुंचे तहसीलदार
बैतूल-विधायक हेमंत खंडेलवाल सदर के साप्ताहिक बाजार के कारण यातायात प्रभावित न हो, इसके लिए व्यवस्था बना रहे हैं पर एक भाजपा पार्षद को ही यह रास नहीं आया। इस पार्षद ने बीते सप्ताह बनाई गई व्यवस्था के विपरीत रविवार को सड़क पर ही फलों के ठेले लगवा दिए। सदर क्षेत्र के पार्षद और अन्य लोगों ने इसका विरोध भी किया। जानकारी मिलने पर पहुंचे तहसीलदार के सामने भी खूब हंगामा हुआ। हालांकि अगले रविवार से बैल बाजार की खाली जमीन पर फलों की दुकानें लगाने का फैसला हुआ है।
साप्ताहिक बाजारों में सड़क पर दुकानें लगने के कारण यातायात बुरी तरह प्रभावित होता है। खासकर सदर बाजार में तो आलम यह रहता है कि फल की दुकानें यहां बीच सड़क पर लगा दी जाती है। इससे यहां चार पहिया वाहन तो दूर दुपहिया वाहन तक निकलना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा यहां नेशनल हाईवे की ओर जाने वाले मेन रोड तक दुकानें आ जाती हैं। इससे इस मार्ग पर भी यातायात बाधित होता है। यही कारण है कि यातायात समिति की पिछले दिनों हुई बैठक में विधायक श्री खंडेलवाल ने सख्त निर्देश दिए थे कि साप्ताहिक बाजारों में दुकानें सड़क से 3 फीट दूरी पर लगाई जाएं ताकि किसी भी हालत में यातायात प्रभावित न हो। इस पर अमल करते हुए पिछले रविवार को यातायात पुलिस और नगर पालिका के अमले ने यहां पहुंच कर सड़क के बीच और बिल्कुल किनारे पर लगी दुकानों को हटाकर 3 फीट दूर करवा दिया था। इससे यातायात सुचारू बना रहा और किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं हुई थी।
रविवार को अड़ गए फल विक्रेता
रविवार को जब बाजार शुरू हुआ तो फल विक्रेता एक तरफ दुकानें लगाने को तैयार नहीं हुए। वे बीच सड़क पर ही दुकानें लगाने को अड़ गए। इसी बीच आर्य वार्ड के पार्षद और सभापति सादिक मंसूरी भी यहां पहुंच गए। उन्होंने फल विक्रेताओं की बात से सहमति जताते हुए इस बात पर बल दिया कि फल की दुकानें पहले की तरह ही बीच सड़क पर लगाई जाए। इधर पटेल वार्ड के पार्षद पवन यादव, पूर्व पार्षद सतीश महाते सहित अन्य लोगों को भी जब इसकी जानकारी लगी तो वे भी मौके पर पहुंच गए। इन्होंने पिछले सप्ताह की तरह ही सड़क पर कोई भी दुकान न लगाने की बात कही। इस दौरान खूब हंगामा मचता रहा।
इस बात पर बनी सहमति
फल विक्रेताओं का तर्क था कि एक तरफ दुकानें लगाने पर उनकी बिक्री नहीं होगी और फलों को लम्बे समय तक रखा नहीं जा सकता। इसलिए वे बीच सड़क पर ही दुकानें लगाएंगे। इस गतिरोध की सूचना मिलने पर तहसीलदार प्रभात मिश्रा और टीआई एसआर झा भी मौके पर पहुंच गए। उनके सामने भी इस बात को लेकर हंगामा चलता रहा। प्रशासन ने हालांकि यातायात समिति की बैठक में लिए गए निर्णय को अमलीजामा पहनाने की बात कही। इसे देखते हुए निर्णय लिया गया कि आज भले ही बीच सड़क पर दुकान लगा ली जाए, लेकिन अगले सप्ताह से बैल बाजार में खाली पड़ी जगह पर फलों की दुकानें लगाई जाएंगी।
लोग सब्जी खरीदने आते हैं, फल नहीं
इस संबंध में सदर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और आम लोगों का कहना है कि सब्जी बाजार में सब्जी की दुकानें प्राथमिकता से लगाई जाएं। बाजार में लोग सब्जी खरीदने आते हैं, ना कि फल। जिन्हें फल खरीदना होगा वह जहां भी दुकान लगी होगी, वहां जाकर खरीद लेगा। इसके अलावा शहर में भी फल की ढेरों दुकानें लगती हैं। दूसरी ओर बाजार में छोटे-छोटे किसान व ग्रामीण क्षेत्र के लोग आते हैं। उन्हें जहां कहा जाए वहां दुकान लगा लेते हैं। उनके कारण व्यवस्था प्रभावित भी नहीं होती। इसलिए उनका ध्यान रखना भी जरुरी है
बैठक में उठेगा मुद्दा
साप्ताहिक बाजार में फलों की दुकानों का यह मुद्दा सोमवार को विधायक के साथ होने वाली पार्षदों की बैठक में भी उठेगा। सदर क्षेत्र के पार्षद बैठक में विधायक के समक्ष यही प्रस्ताव रखने वाले हैं कि फलों की दुकानों को एक तरफ कर दिया जाए ताकि बाजार के कारण यातायात व्यवस्था प्रभावित न हो। सदर क्षेत्र के पार्षदों का कहना है कि पिछले सप्ताह जो व्यवस्था की थी, वही होना चाहिए ताकि कोई बीमार हो जाए तो एम्बुलेंस निकल सके या कहीं आग लग जाए तो फायरब्रिगेड तो आसानी से निकल जा सके।
विधायक हेमन्त खण्डेलवाल ने कहा कि नागरिकों की समस्याओं को देखते हुए सभी बाजारों की व्यवस्थाएं बनाई जा रही हैं। यह सही है कि कुछ हमारे ही लोग अतिक्रमण करने में सहयोगी बन जाते हैं। प्रशासन के साथ आम लोगों को सुविधाएं मुहैया कराने में कोई कसर बाकी नहीं रखी जाएगी।