रसूख दार चौकी प्रभारी,पर पुलिस अधिकारी मेहरबान,रिस्वत के आरोपों के बाद भी तैनाती क्यों ?
By RK Expose, 16 April, 2017, 20:43

रिश्वतखोरी के लिये सौंप दी गई पुलिस चौकी की कमान, पैसों के लिये यहाँ होती है देश भक्ति और जनसेवा
डिंडोरी- डिंडोरी जिले में विक्रमपुर पुलिस चौकी प्रभारी राधेश्याम मिश्रा (एसआई) की देशभक्ति और जनसेवा इन दिनों चर्चाओं में है दरअसल चौकी प्रभारी पर इसी पुलिस चौकी में गांजा और बलात्कार जैसे गंभीर मामलों में रिश्वत लेने के आरोप है इस अधिकारी का नाम राधेश्याम मिश्रा है और सबसे हैरत की बात तो यह है कि गंभीर मामलों में रिश्वतखोरी की शिकायत पुलिस अफसरों तक पहुंचने के बाद भी पुलिस चौकी की कमान अब तक उनके पास है जबकि उनके विरुद्ध चल दोनो मामलों की जांच एसपी सिमाला प्रसाद के निर्देश पर शहपुरा के एसडीओपी कर रहे है पुलिस सूत्रों के मुताबिक एसडीओपी ने जांच कर प्रतिवेदन एसपी कार्यालय को सौंप दिया है और एसपी ने विक्रमपुर चौकी प्रभारी को शोकाज नोटिस जारी किया है
क्या है मामला
आरोप नम्बर 1- विक्रमपुर पुलिस चौकी के आरक्षक धर्मेंद्र महोबिया ने 8 जनवरी 2017 को चिचरिंगपुर गांव में भुवनेश्वर सिंह को करीब आधा किलो गांजे के साथ पकड़ा था और आरोपी को पुलिस चौकी ले आया लेकिन चौकी प्रभारी राधेश्याम मिश्रा ने 8000 हजार रुपये की रिश्वत लेकर मामले को रफादफा कर दिया जिसकी शिकायत गांव के मदनसिंह और ममता बाई एसपी से की थी
आरोप नंबर 2- वर्ष 2016 में घुसिया गांव में नाबालिग के अपहरण और बलात्कार के मामले में आरोपी हरिदास के आधादर्जन परिजनों को सह आरोपी नहीं बनाने को लेकर 60000 रूपये की रिश्वत ली गई आरोपी के परिजनों ने यह रकम कर्ज लेकर चौकी प्रभारी राधेश्याम मिश्रा को दी जिसकी जाँच शहपुरा के एसडीओपी कर चुके है और जाँच प्रतिवेदन एसपी को दे चुके है
लेकिन प्रभावशाली नेताओं की कृपा से चौकी प्रभारी राधेश्याम मिश्रा को अबतक न हटाया गया है और न ही कोई अनुशासनात्मक कार्रबाई की गई ऐसे में जिन ग्रामीणों ने चौकीप्रभारी के खिलाफ गंभीर मामलों में रिश्वत खोरी की शिकायत दर्ज कराई थी वो अब भयभीत है ऐसी चर्चा सामने आ रही है कि दोनों शिकायतकर्ताओं को धमकाकर शिकायत वापस लेने का दबाब भी चौकी प्रभारी द्वारा बनाया जा रहा है
इस पूरे मामले में हमने डीके आर्य पुलिस महानिरीक्षक शहडोल,डिंडोरी एस पी सिमाला प्रसाद से बात करने की कोसिश की पर संपर्क नहीं हो सका
जबकि फूलसिंह तेकाम एसडीओपी शहपुरा
से जब हमने बात की तो उनका कहना था की निश्चित तौर पर राधेश्याम मिश्रा के चौकी प्रभारी रहते उनके उपर लगे आरोपों की जांच प्रभावित होगी पर इस मामले मे मैं कुछ नही कर सकता जो भी करना है बडे अधिकारियों को करना है