हर छात्र के पास है कुछ न कुछ प्रतिभा - डॉ आर  एस वाटे 

करंजिया / शासन ने खेलो इंडिया का कार्यक्रम गांव गाँव तक  चलाया है, जिसका उद्देश्य खेल प्रतिभाओं को आगे लाना है, हर छात्र के पास कुछ न कुछ प्रतिभाएं  है बस अब तो उसे सामने लाना होगा , यह  विचार  बतौर मुख्य अतिथि डॉ आर एस वाटे  प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय जैतहरी ने, शासकीय महाविद्यालय करंजिया  मे आयोजित खेलो इंडिया के  जन जागरूकता कार्यक्रम के समापन सत्र के दौरान कही  साथ  मे यह  भी  कहा  की खेल हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है, हम सभी कोई न कोई खेल अवश्य खेलना चाहिए। खेलो  इंडिया जन जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से  विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में छुपी खेल प्रतिभाओं को निखारने का कार्य कर रहा हैं। हमारे गांवों में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, बस उन्हें बेहतर मंच चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस खेलों में आपकी रुचि व लगन है, उस खेल में अपनी प्रतिभा निखारने के लिए बेहतर परिश्रम एवं मेहनत करने की आवश्यकता है।  प्रो विक्रम सिंह  टेकाम ने कहा कि खेल अब केवल खेल तक ही सीमित नहीं है। आप जिस तरह पढ़ाई में पूरी ईमानदारी के साथ तैयारी करते है। उसी प्रकार खेलों में भी दृढ़ निश्चय और लगन से मेहनत करेंगे तो खेल के माध्यम से भी सुनहरा भविष्य बना सकते हैं। खेल हमें अनुशासन और टीम भावना सिखाते हैं। इसलिए हर छात्र को खेलों में सहभागिता अवश्यक करना चाहिए, इस अवसर  पर प्रो दुर्गा सिंह  भादेवी ने  भी  अपने विचार  व्यक्त किये,

         *आयोजित हुए यह खेल *

 खेलो इंडिया के जन जागरूकता कार्यक्रम के  तहत शासकीय महाविद्यालय करंजिया  मे दो दिवसीय  23 व 24 जनवरी  को विभिन्न खेलों का आयोजन महाविद्यालय के  प्राचार्य प्रमोद कुमार वासपे के मार्गदर्शन पर किया गया  जिसमें गोला फेक, तवा  फेक, खो -खो, रस्साकस्सी आदि खेलों का आयोजन  महाविद्यालय में  किया गया जिसमें गोला फेक  मे पुरुष वर्ग में प्रथम स्थान नरेंद्र मसराम, महिला वर्ग में तेजेश्वरी ने प्राप्त किया, तवा फेंक में प्रथम स्थान पुरुष वर्ग में  रुपेश नर्मदा, महिला वर्ग में वर्षा यादव ने प्राप्त किया, रस्साकस्सी में महिला वर्ग में बीएससी प्रथम वर्ष की टीम विजई रही, तो पुरुष वर्ग में बीए द्वितीय वर्ष विजई रहा, खो-खो प्रतियोगिता में महिला वर्ग में बीएससी प्रथम वर्ष की टीम विजई रही, प्रतियोगिता को संपन्न कराने मे महाविद्यालय के खेल अधिकारी नीलेश दुफारे, प्रो रुपेश सिंह, आदि की भूमिका सराहनीय रही, वही कार्यक्रम के  मंच का सफल संचालन प्रो प्रेम शंकर साहू ने किया |