प्रेस विज्ञप्ति

प्रेस विज्ञप्ति
अनूपपुर I सर्व सेवा संघ परिसर राजघाट – वाराणसी जो की गांधी – विनोबा एवं लोकनायक जयप्रकाश जी की ऐतिहासिक विरासत थी , केंद्र एवं उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के मिलीभगत से तानाशाही रवैया के साथ अन्याय पूर्ण तरीके से बुलडोजर चला ध्वस्त किया गया ।इस बात की हम सभी जन संगठन घोर निंदा करते हैं । उक्ताशाय की जानकारी मध्यप्रदेश सर्वोदय मंडल के शहडोल संभाग के अध्यक्ष भूपेश भूषण एवं सुप्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता राजेश मानव ने दी।
श्री मानव ने कहा कि अगस्त क्रांति दिवस के अवसर सर्व सेवा संघ के आव्हान पर नारस में आयोजित सभा व प्रतिरोध प्रदर्शन में पूरे देश से आए हजारों लोगों के जमघट से डरी केंद्र एवं उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने कायराना हरकत करते हुए राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ परिसर गांधी, विनोबा एवं लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी को साधना केन्द्र में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई है यह भारतीय एवं मानवीय सभ्यता में काला दिन के रूप में दर्ज किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इस केन्द्र की स्थापना विनोबा-जयप्रकाश एवं लालबहादुर शास्त्री द्वारा की गई थी।
इस केन्द्र हेतु क्रय की गई भूमि के दस्तावेज को कूटरचित बता कर दमनात्मक कार्रवाई की जा रही है।
इसके प्रतिरोध में आज मध्यप्रदेश सर्वोदय मंडल, राष्ट्रीय युवा संगठन, प्रगतिशील लेखक संघ एवं संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में के इंदिरा तिराहा में बैठक आयोजित की गई । मुंह में काला मास्क लगा सभी ने आज के दिन को कला दिवस के रूप में मनाया। बैठक में उपस्थित वक्ताओं ने उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बावजूद आज की की गई ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की कडे शब्दों में निन्दा की। सुप्रसिद्ध हास्य व्यंगकार पवन छिब्बर ने प्रदेश सरकार की दमनकारी नीतियों की निंदा करते हुए कहा कि यह दमन सिर्फ सर्व सेवा संघ पर नही है बल्कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों पर है।
शहडोल संभाग सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष भूपेश भूषण ने कहा कि इस तरह गाँधी के विचार को मिटाने की तानाशाही कार्रवाई का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा । और इसके लिए देश भर में मुहिम चलाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि इस पूरे कार्यक्रम में मध्य प्रदेश सर्वोदय मंडल, राष्ट्रीय युवा संगठन मध्यप्रदेश, प्रगतिशील लेखक संघ एव संयुक्त किसान मोर्चा संभाग शहडोल के प्रतिनिधि शामिल हुए। जिसमे प्रमुख रूप से अनंत जौहरी,पवन छिब्बर,जनक राठौर,राजेश मानव, संजय राठौर, भूपेश भूषण, शिवकांत त्रिपाठी, मुन्नीबाई,सागर,मयंक, विवेक यादव, रामकुमार राठौर, कमलेश राठौर, शिवांश त्रिपाठी ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।