मुख्यमंत्री के उपसचिव सच्चे या जिला प्रशासन 

अपर नर्मदा सिंचाई परियोजना का शिलान्यास कार्यक्रम ठंढे बस्ते में आदिवासी किसान मायूस 45600 हेक्टयर भूमि को अभी और करना पड़ेगा इंतजार @ अजीत मिश्रा  

अनूपपुर- विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर  9 अगस्त  को प्रस्तावित मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होंगे मुख्यमंत्री के उपसचिव महीप तेजस्वी द्वारा एक पत्र क्रमांक 965/cms/PRG/2023 दिनांक 07 अगस्त 2023 को जारी करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के 9 अगस्त 2023  के प्रस्तावित कार्यक्रम का विवरण देते हुए किस  बात का जिक्र किया था की 1483 करोड़ रुपए की अपर नर्मदा सिंचाई परियोजना का शिलान्यास करेंगे इस खबर से जिले के आदिवासी किसानो के चेहरे खिल गए और ये खबर मिडिया की सुर्खिया बटोरने लगी पर ये ख़ुशी ज्यादा देर तक नहीं रही जैसे ही ये खबर शोसल मिडिया के माध्यम से जिला कलेक्टर आशीष वशिष्ट तक पहुंची उन्होंने जनसम्पर्क के माध्यम से इसका खंडन कर दिया और पूरी की पूरी खबर को ही गलत और भ्रामक बता दिया जिला प्रशासन के स्पष्टीकरण के बाद जिले के शोसल मिडिया में तरह तरह के चर्चे होने लगे जिस प्रदेश में नौकर शाह मुख्यमंत्री के दौरे जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का विवरण निहायत ही लापरवाही से जारी करते हो और आम जनता को दिग्भर्मित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हो ऐसे प्रदेश की जनता किसके मत्थे विकास का सपना देखेगी जिस  अपर नर्मदा सिंचाई परियोजना के पूर्ण होने का जिले सहित प्रदेश के कई जिले के किसान वर्षो से देख रहे है उस परियोजना का सपना कब होगा पूरा ये तो शिव और उसके लोकसेवक ही बता पाएंगे यहाँ पर यह बताना आवश्यक हो जाता है की  अपर नर्मदा सिंचाई परियोजना बनने से जिले के 45600 हेक्टयर कृषि भूमि की प्यास बुझाने का दावा परियोजना के माध्यम से किया जा रहा है जिससे हजारो हजारो किसानो को खेती के लिए तीनो फसलों के लिए पार्यप्त पानी मिलने की आशा जगी थी पर जिला प्रशासन ने  अपर नर्मदा सिंचाई परियोजना का शिलान्यास कार्यक्रम नहीं होने की बात कर सभी किसानो को मायूश कर दिया अब जिले की जनता यह पूछ रही है की जिला कलेक्टर सही या मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उप सचिव महीप तेजस्वी यह तो ये दोनों ही बता पाएंगे फ़िलहाल अपर नर्मदा सिंचाई परियोजना के शिलान्यास का कार्यक्रम ठंडे बस्ते में चला गया है या ये कहे की अगली सरकार ही ये सपना पूरा कर पायेगी और प्यासी धरती की प्यास बुझा पायेगी