जिले में पत्थर खनन माफियाओं पर होगी कार्यवाही या मंचो तक सीमित रहेंगे मुख्यमंत्री के बोल 
जिले में अवैध खनन के खिलाफ मुख्यमंत्री को सौंपा गया ज्ञापन
अनूपपुर।
बुधवार को लाडली बहना सम्मेलन को संबोधित करने आये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जिले के पत्थर खनन माफियाओं की मनमानी और भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे खनिज विभाग की शिकायत ज्ञापन सौंपकर की गई। ज्ञापन में जिले भर में चल रहे अंधाधुंध  खनन अवैध ब्लास्टिंग पाताल तोड़ खुदाई के कारण आदिवासी समाज की सभ्यता, परंपरा पर मंडराते खतरे की आशंका व्यक्त करते हुये जिले में पत्थर खनन माफियाओं पर लगाम लगाने की मांग की गई है। ज्ञापन में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बिन्दुवार जिले में चल रहे अवैध खनन की और उससे हो रहे दुष्प्रभाव की भी जानकारी दी गयी है।
मंचो से गरजते मामा क्या दे पायेंगे ध्यान
यहां पर विशेष उल्लेखनीय बात यह है कि चुनावी वर्ष होने के कारण प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जहां भी जाते हैं वहां पर माफियाओं को जमीन के अंदर नेस्तनाबूद करने की बात कह के जनता की तालियां बटोरते रहते हैं। यही नही माफियाओं के खिलाफ मामा का बुल्डोजर तैयार है ऐसी बात कहकर मतदाताओं को लुभाने वाले शिवराज सिंह चौहान क्या अनूपपुर जिले में खनन कार्य में जुटे माफियाओं पर कोई कार्यवाही कर पाएंगे या नहीं इस बात की आशंका व्यक्त की जा रही है। यही नही आम लोगों का कहना है कि खनिज विभाग सरकार के लिये सबसे ज्यादा दुधारू विभाग माना जाता है और यहां से चढने वाला चढावा भोपाल तक जाता है यह किसी से छिपा नही है। ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पत्थर माफियाओं पर कितना लगाम लगा पाने में सफल होते है यह भी आने वाले समय में पता चल जायेगा।
क्या लग पायेगी भ्रष्ट कर्मचारियों पर नकेल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को सौंपे गये ज्ञापन में इस बात का स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि जिले भर में अंधाधुंध हो रही अवैध खनन अवैध ब्लास्टिंग नियमो कानूनों के विरूद्ध चल रहे क्रेषर प्लांट पत्थर की खदानों में खनिज विभाग के नियम कानून को ताक पर रखकर जिस तरह से पत्थर माफियाओं को खुली छूट दे रखी गयी है उसके पीछे कही न कही खनिज विभाग अनूपपुर के अधिकारियों की भ्रष्टाचार में संलिप्तता नजर आती है। फिलहाल तो यही कहा जा सकता है कि अगर अनूपपुर खनिज विभाग के अधिकारियों में कार्य करने की पारदर्शिता और लोभ त्याग करके खनिज विभाग के नियमों के प्रति कर्तव्य परार्णयता हो तो जिले भर में सक्रिय पत्थर माफियाओं पर लगाम लगाई जा सकती है। फिलहाल तो मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने के बाद अब यह आशा जग गयी है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री खनिज विभाग के अधिकारियों पर कोई न कोई कार्यवाही जरूर करेंगे जिससे भ्रष्टाचार पर अंकुष लगाया जा सके।