अरावली वन क्षेत्र के सूरजकुंड की वादियों में लगने वाला अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला लगाने की समयसीमा में राज्य सरकार ने बदलाव किया है। अब ये मेला 19 मार्च से 4 अप्रैल तक लगेगा। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने इसकी मंजूरी भी दे दी है। कोरोना संक्रमण की दर कम होते देखकर सरकार ने मेला लगाने का फैसला लिया है। हरियाणा टूरिज्म कारपोरेशन ने इस बात मेला प्राधिकरण को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दे दी है। 
मेले को लेकर तैयारियां भी तेजी से चल रही है। बता दें कि फरवरी 2020 में 34वां अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला लगने के बाद मार्च से ही देश में कोरोना मरीजों के मामले सामने आने लगे। धीरे धीरे लगातार केस बढ़ते चले गए। सूरजकुंड में मिनी भारत की झलक देखने को मिलती है। कोरोना की वजह से सरकार ने इसे स्थगित करने का फैसला लिया था। 1 फरवरी से 15 फरवरी तक आयोजित होने वाले इस मेले में देश विदेश के कलाकार और कलाओं का संगम होता है। मेला प्राधिकरण की मानें तो इस मेले में दस से 12 लाख दर्शक दिल्ली एनसीआर और प्रदेश के अन्य जिलों से आते हैं। इसके अलावा दर्जनभर से अधिक विदेशों से भी लोग मेले में शिरकत करते हैं।