बड़वानी ।    जनजातीय गौरव यात्रा के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान गुरुवार दोपहर विकासखंड सेंधवा के ग्राम चाचरिया पहुंचे। यहां पर वे स्थानीय कार्यक्रम में भाग लेने आए।सीएम ने मंच से सेंधवा जनपद पंचायत के सीईओ राजेन्द्र दीक्षित को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। मस्टर रोल की गड़बड़ी और अन्य शिकायत पर मंच से ही निलंबन की घोषणा कर दी। यहां सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैं आज भाषण देने नहीं आया आपको पैसा एक्ट का महत्व बताने आया हूं। इसे समझेंगे नहीं तो जानेंगे नहीं। यह किसी समाज का विरोधी नहीं है। गैर आदिवासी को इससे कोई नुकसान नहीं होगा। 89 विकासखंडों में यह पैसा एक्ट लागू होगा। पैसा सभी को अधिकार देगा। ये जमीन हमारी है। जमीन का हक मिलेगा। अब हर साल पटवारी और बीट गार्ड को खसरा और बीट की जानकारी ग्राम सभा में रखना होगी। कोई पटवारी पैसे नहीं खा सकेगा। ग्राम सभा में हर साल ये जानकारी रखी जाएगी। उन्‍होंने कहा कि नर्मदा का पानी भी सेंधवा में लाएंगे। किसी की जमीन उसकी मर्जी के बिना नहीं ली जाएगी। ग्राम सभा यह तय करेगी। एक समान नागरिक संहिता लागू करेंगे। किसी भी आदिवासी महिला से शादी कर कोई दूसरा उसकी जमीन नहीं हड़प सकेगा।  सीएम ने कहा कि मतां‍तरण करके कोई छल से हमारी जमीन लेने का प्रयास करेगा तो ग्राम सभा उसका बहिष्कार करेगी। उस पर कार्रवाई प्रस्तावित करेगी। खनन के पट्टे का हक आदिवासी सोसायटी को होगा। दूसरा अधिकार जल का है। अब तालाब के पट्टे भी ग्राम सभा में ही मिलेंगे। मध्यप्रदेश की धरती पर कब्जे का खेल नहीं चलने दूंगा। दबंगता पर सीधे बुलडोजर चलाएंगे। कलेक्टर -एसपी सीधे कार्रवाई करेंगे। जंगल का अधिकारी भी आपका। वनोपज एकत्रित कर बेचने का अधिकार अब भोपाल का नहीं चौपाल का होगा। अरे भोपाल वालों चाचरिया वालों के लिए भी कुछ छोड़ दो। रेट तय करने का अधिकार भी गांव वालों को होगा। श्रमिकों के अधिकारों का भी संरक्षण होगा। मनरेगा के पैसे से काम का निर्धारण भी ग्राम सभा को होगा।