नोएडा | ग्रेटर नोएडा के दादरी के बढ़पुरा गांव में रहने वाली पायल भाटी ने फेसबुक फ्रेंड अजय के साथ मिलकर हेमा चौधरी की बेरहमी से चाकू से गोदकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। खुद की मौत का स्वांग रचने वाली पायल भाटी की खूनी साजिश का ग्रेटर नोएडा पुलिस ने खुलासा किया। माता-पिता की मौत और इसके जिम्मेदारों की गिरफ्तारी नहीं होने से आर्मी में भर्ती का ख्वाब देखने वाली पायल ने बदला लेने की ठान ली थी। पायल ने कुबूल है और अन्य कई क्राइम सीरियल देखकर खुद को कानून के शिकंजे से बचने की जानकारी जुटाकर सीरियल किलिंग की साजिश रच दी। फेसबुक फ्रेंड अजय को भी पायल मोहरे की तरह इस्तेमाल कर रही थी। हेमा की अजय संग मिलकर हत्या के बाद वह अपने माता-पिता की मौत के जिम्मेदारों की अजय की मदद से हत्या करने के प्रयास में जुटी थी। वह अपने खिलाफ कोई सबूत नहीं छोड़ना चाहती थी, इसलिए अजय को भी मौत के घाट उतरने का प्लान उसने बना लिया था।

दरअसल, अजय सूरजपुर स्थित एक मोटर कंपनी में काम करता था। हेमा भी सूरजपुर में मां और छोटी बहन के साथ रहती थी। अजय फेसबुक आदि पर पायल जैसी कद काठी की युवती को तलाश रहा था।किसी तरह उसने हेमा से संपर्क कर लिया और अपना घर दिखाने के बहाने से सूरजपुर से एफजेड बाइक से बढ़पुरा स्थित पायल के घर ले गया। दोनों 12 नवंबर की रात लगभग 11 बजे पायल के घर पहुंचे।
 
इससे पहले पायल ने घर में कोई पकवान बनाया और अपने भाई व घरेलू सहायक को नींद की खाने में मिलाकर दे दी थी। अजय जैसी ही अपने घर की तीसरी मंजिल पर हेमा को लेकर पहुंचा पायल उस पर चाकू लेकर टूट पड़ी।पहले पायल ने हेमा की गर्दन पर चाकू से वार किया और फिर अजय ने वार कर उसकी जान ले ली। आरोपियों ने उसका मुंह दबा लिया जिससे  चीख भी नहीं निकलने दी। हेमा की हाथ की नस काटकर चेहरा गर्म सरसों के तेल से जलाया और सुसाइड नोट छोड़कर खुद की मौत का स्वांग रचकर फरार हो गए।

पायल ने सुसाइड नोट में लिखा था कि खाना बनाते समय उसका चेहरा जल गया है। अब वह जले हुए चेहरा लेकर जीना नहीं चाहती। पायल माता-पिता की मौत के बाद भी खुदकुशी की कोशिश कर चुकी थी। उसके भाइयों ने हेमा के शव को पायल की लाश समझकर अंतिम संस्कार और फिर तेरहवीं कर दी।हेमा की हत्या के बाद आरोपी पहले बुलंदशहर के होटल में रुके। इसके बाद बुलंदशहर की बीसा कॉलोनी में किराये पर मकान लेकर रहने लगे। यहां दोनों पति-पत्नी बनकर रहने लगे थे।
 
आरोपियों ने पुलिस से बचने का भरसक प्रयास किया, लेकिन पकड़े जाने के बाद सारी साजिश का खुलासा कर दिया। पुलिस दोनों आरोपियों को लेकर बढ़पुरा स्थित पायल के घर, फिर सिकंदराबाद स्थित नाले पर पहुंची जहां हेमा के कपड़े फेंके गए थे।इसके बाद बुलंदशहर की बीसा कॉलोनी पहुंची। यहां से बैग आदि सामान आरोपियों ने बरामद कराया और वारदात की पूरी जानकारी देते चले गए। पायल व अजय अपने माता-पिता की मौत का बदला लेने के लिए नामजद आरोपी की हत्या के लिए तीन बार रेकी कर चुके थे।