भिंड ।   32 साल की महिला 19 वर्षीय प्रेमी के प्यार में इस कदर अंधी हुई कि बिना किसी बंधन के साथ रहने के लिए प्रेमी के दोस्त के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। हत्याकांड में प्रेमी पर कोई शक नहीं करे, इसलिए महिला ने उसे उप्र के पिनाहट भेज दिया। प्रेमी ने मोबाइल पर प्रेमिका और दोस्त को हत्या का तारीका बताया। हत्या के बाद महिला ने प्रेमी के दोस्त के साथ संबंध भी बनाए। मामला गोरमी के सिकरौदा गांव का है। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर मृतक की पत्नी, उसके प्रेमी और बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है।

यह है पूरा मामला

32 वर्षीय टिंकू उर्फ कृष्णपाल पुत्र हुकुमसिंह केवट निवासी सिकरौदा रविवार रात अपने घर में पत्नी रामकली और चार बच्चों के साथ कमरे में सो रहे थे। रात में अज्ञात लोग आए और टिंकू की पहले गला दबाया। इसके बाद दोनों पैरों के अंगूठे में तार बांधकर करंट लगाया। जब हत्यारे पूरी तरह से संतुष्ट हो गए कि युवक की मौत हो गई है तो फिर वह शव काे बाहर लेकर आए और रामबेटी की साड़ी से दोनों हाथ बांधकर घसीटते हुए दूर फेंकने ले जा रहे थे। आरोपित शव को 200 मीटर घसीटते हुए ले जा पाए थे, तभी आहट सुनकर पड़ोसी महिला ने आवाज लगा दी। इससे आरोपित शव छोड़कर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर अंधे कत्ल की जांच शुरू की है।

पुलिस ऐसी पहुंची हत्यारों तक

गोरमी थाना प्रभारी सुधाकर सिंह तोमर के मुताबिक जांच के दौरान पत्नी से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके पति शाम सात बजे ही खाना खाकर सो गए थे। उनके पास ही वह बच्चों के साथ सो रही थी। रात करीब 1 बजे जब उसने शोर सुना तब पता चला कि पति की हत्या हो गई है। पुलिस ने आसपास पता किया तो जानकारी मिली, कि टिंकू रात 7.30 बजे नशे की हालत में घर के बाहर खड़ा देखा गया था। पुलिस ने महिला का मोबाइल चेक किया तो उसमें पिछले 24 घंटे के मेमोरी डिलीट मिली। पुलिस ने महिला के मोबाइल नंबर की काल डिटेल निकाली तो हत्या के दिन शाम पांच बजे रात 12 बजे तक एक ही नंबर पर 55 बार बात होना पता चला। पुलिस को पत्नी पर शक हुआ। मृतक का पीएम करने के बाद पुलिस बयान लेने के बहाने महिला को थाने लेकर आए। हत्या के संबंध में पूछताछ करने पर पहले तो उसने पुलिस को गुमराह किया, लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर महिला टूट गई और उसने पति की हत्या करना स्वीकार कर लिया।

प्रेमी के साथ खुलकर रहना चाहती थी इसलिए पति को ठिकाने लगाया

थाना प्रभारी तोमर महिला ने बताया कि उसके पति शराब पीने के आदी थे। इसलिए मोहल्ले में रहने वाला गांव का 19 वर्षीय फोंदा उर्फ राजू पुत्र राजेंद्र सिंह केवट अक्सर शराब पीने के लिए घर आता था। करीब 10 महीने पहले उसे राजू से प्यार हो गया। इस दौरान कई बार उसके संबंध में बन गए। करीब चार महीना पहले वह राजू के साथ भाग गई थी। एक महीने औरैया में भी रहकर आई थी। जबकि पति अक्सर शराब पीकर उसे परेशान करता था। इसलिए वह राजू के साथ खुलकर रहना चाहती थी। इसलिए उसने प्रेमी के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटाने की साजिश तैयार की।

ऐसे की पति की हत्या

पुलिस के मुताबिक वह प्रेमी के साथ मिलकर एक महीने से पति को ठिकाने लगाने की फिराक में थी। प्रेमी राजू ने हत्या के लिए गांव के शातिर बदमाश 40 वर्षीय वीरसिंह पुत्र हुकुमसिंह केवट को तैयार किया। महिला ने वीरसिंह से कहा अगर पति को मारने में वह साथ देगा तो वह उसके साथ भी संबंध बनाएगी। हत्याकांड में प्रेमी पर कोई शक नहीं करे, इसलिए वह रविवार को पिनाहट चला गया। शाम को जब टिंकू ने क्षमता से अधिक शराब पी ली तो उसने प्रेमी को फोन पर बताया कि आज मौका अच्छा है। रात करीब नौ बजे राजू ने वीरसिंह को फोन कर टिंकू के घर भेज। इस दौरान बच्चे सो गए थे। महिला और वीरपाल ने सोते हुए टिंकू के पहले हाथ-पैर बांधे। इसके बाद पैर के दोनाें अंगूठे में तार बांधकर करंट लगाया। करंट तब तक लगाया जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। इसके बाद वीरपाल ने टिंकू का रस्सी से गला दबाया। हत्या के बाद वीरपाल ने महिला से संबंध बनाए। रात करीब 12.30 बजे जब पूरा गांव सो गया तब महिला और वीरपाल शव को क्वारी नदी में फेंकने के लिए ले जा रह थे। लेकिन शव भारी होने के कारण वीरपाल ने रामकली की साड़ी से हाथ बांधकर खींचते हुए लेकर जा रहे थे। इसी दौरान पड़ोसी की महिला ने आहट सुनकर आवाज लगाई तो दोनों शव फेंककर भाग गए। इसके बाद महिला घर में चली आई पुलिस को सूचना दी। पुलिस के आने पर रोने का काफी ड्रामा भी किया।

वीरपाल ने 13 साल पहले की थी अपनी पत्नी की हत्या

पुलिस का कहना है, कि आरोपित वीरपाल शातिर बदमाश है। 2013 में उसने अपनी पत्नी की हत्या कर शव को जमीन में गाढ़ दिया था। इस मामले में उसे सजा भी हुई थी। इसके अलावा वीरपाल पर अाधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। फिल्हाल पुलिस ने टिंकू हत्याकांड में शामिल पत्नी रामकली केवट, प्रेमी फोंदा उर्फ राजू केवट और वीरपाल केवट को गिरफ्तार करने के साथ ही हत्या में प्रयुक्त बिजली का तार, रस्सी और तीन मोबाइल बरामद कर लिया है। हत्याकांड का ख्ुलासा करने में थाना प्रभारी तोमर के अलावा एसआइ मनीराम नादिर, एएसआइ देवेन्द्र सिंह भदौरिया, हवलदार कौशलेन्द्र सिंह, मनीष सिंह, आरक्षक शिवकुमार तोमर, पंकज शुक्ला, विकास शर्मा, अमृत सिंह की अहम भूमिका रही।