भोपाल । रविवार को प्रदेश से राहुल गांधी की यात्रा की रवानगी हो जाएगी। रविवार को यात्रा झालावाड़ जिले में प्रवेश कर जाएगी। 12 दिन की इस यात्रा में राहुल गांधी ने एक दिन का ब्रेक लिया और बचे 11 दिन में अपने आपको राजनीतिक छींटाकशी से बचाए रखा जिसके कारण प्रदेश में कोई बड़ा राजनीतिक बवाल नहीं हो पाया।
भाजपा ने शुरू से ही तैयारी की थी कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में किसी प्रकार की भी गलती हो और उसे बयानबाजी तथा जुबानी हमला करने का मौका मिल सके। कुछ ऐसे छोटे-छोटे मौके आए जिस पर भाजपा ने बयानबाजी की लेकिन वह दबकर रह गई। जैसे राहुल का बुरहानपुर में सावरकर पर बयान देना इंदौर में अहिल्या प्रतिमा पर माल्यार्पण करने नहीं जाना आगर में जय सियाराम का नारा लगाने वाली बात कहना पर भी कुछ खास नहीं हो पाया। हालांकि राहुल गांधी की यह यात्रा भाजपाइयों में खलबली जरूर पैदा कर गई।  भाजपा का आईटी सेल भी पूरी यात्रा पर नजरें गड़ाए था लेकिन उसे भी कहीं से कोई बड़ा मुद्दा नहीं मिल पाया। कल यात्रा राजस्थान में प्रवेश कर जाएगी और उसके बाद देखना यह होगा कि कांग्रेस राहुल गांधी की इस यात्रा की शक्ति को कहां तक कायम रख पाती है या फिर वैसे ही गुटबाजी में बंधकर रह जाती है।