रतलाम ।   साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद, मध्यप्रदेश शासन द्वारा श्रेष्ठ कृतियों (पुस्तकों) पर वर्ष 2021 के अखिल भारतीय (राष्ट्रीय) व प्रादेशिक पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। अखिल भारतीय स्तर के 13 व प्रादेशिक स्तर के 18 पुरस्कार दिए जाएंगे। इनमें रतलाम के शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर, साहत्यिकार, चितंक व कवि प्रो. अजहर हाशमी द्वारा लिखित पुस्तक ‘संस्मरण का संदूक समीक्षा के सिक्के‘ को संस्मरण विधा के लिए अखिल भारतीय निर्मल वर्मा पुरस्कार के लिए चुना गया है। साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कार के लिए अखिल भारतीय स्तर के चयनित रचनाकारों को एक लाख रुपये व प्रादेशिक स्तर के लिए रचनाकारों को 51 हजार रुपये, शाल, श्रीफल, स्मृति चिह्न व प्रशस्ति-पत्र देकर पुरस्कृत किया जाएगा। प्रो, हाशमी द्वारा ‘संस्मरण का संदूक समीक्षा के सिक्के‘ शीर्षक से लिखित उक्त पुस्तक का प्रकाशन संदर्भ प्रकाशन भोपाल ने किया था। पुस्तक में देश के कई प्रसिद्ध साहित्यकारों, लेखकों, गीतकारों, योग विशेषज्ञ आदि से संबंधित संस्मरण व समिक्षाएं है। प्रो. हाशमी ने 296 पृष्ठ की इस पुस्तक में अनेक साहित्यकारों, लेखकों आदि से हुई उनकी मुलाकातों व यादों का साहित्यिक भाषा में बेहतर तरीके से विवरण किया है। संस्मरण व समीक्षा विधा पर प्रो हाशमी की यह दूसरी पुस्तक है। प्रो. हाशमी ने राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित होने पर चर्चा करते हुए कहा कि यह पुरस्कार उनका नहीं रतलाम का पुरस्कार है। वे यह पुरस्कार रतलाम को समर्पित करते है।

कई पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं प्रो. हाशमी

प्रो. हाशमी एक अच्छे वक्ता होने के साथ श्रेष्ठ कवि, चितंक, लेखक, गीतकार व व्यंगकार भी हैं। वे हर विषय पर बेबाकी से अपनी बात रखते हैं। उन्होंने अनेक गीत, गजल, कविताएं, व्यंग्य आदि लिखे हैं। उन्होंने राष्ट्रभक्ति एवं राष्ट्रचेतना जागृत करने वाले प्रेरणाप्रद साहित्य का सृजन कर देशभर में ख्याति अर्जित की है। इसके लिए उन्हें इसी वर्ष अप्रैल में मध्यप्रदेश लेखक संघ द्वारा प्रदेश के इंजीनियर प्रमोद शिरढोणकर विरहमन स्मृति राष्ट्र प्रेरणा सम्मान से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें कई पुरस्कार मिल चुके हैं।