नई दिल्ली । राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां लगातार जारी है। एनडीए की ओर से द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया है। द्रौपदी मुर्मू इस पद के लिए देश की पहली आदिवासी महिला हैं। चुनाव जीतने पर मुर्मू देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी। भाजपा इस लगातार महिला सशक्तिकरण के साथ साथ पिछड़े वर्गों के उत्थान से जोड़कर देख रही है। शुक्रवार को द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया। नामांकन के साथ ही अब अपने पक्ष में समीकरण को साधने के लिए विभिन्न दलों के नेताओं से बातचीत भी शुरू की जा चुकी है। इसी कड़ी में जेपी नड्डा ने विपक्ष के बड़े नेताओं को फोन कर द्रौपदी मुर्मू के लिए राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन का अनुरोध किया है।
भाजपा के शीर्ष सूत्र ने बताया है, कि पार्टी अध्यक्ष नड्डा ने कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी, नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा को फोन किया था। उन्होंने फोन कर द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का अनुरोध किया। नड्डा की ओर से कहा गया है कि इस तरह के मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए और यह चुनाव सर्वसम्मति से होना चाहिए। हालांकि जब एनडीए की ओर से जेपी नड्डा द्रौपदी मुर्मू के नाम का ऐलान कर रहे थे, तब उन्होंने कहा था कि राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार को लेकर विभिन्न दलों के बीच सहमति बनाने के लिए पार्टी की तरफ से राजनाथ सिह और उन्हें अधिकृत किया गया था। सभी दलों से बातचीत करके राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सर्वसम्मति बनाते हुए हम आगे बढ़ना चाहते थे। राजनाथ सिंह ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के घटक दलों के नेताओं के साथ बातचीत की। मैंने भी बातचीत की। लेकिन बात नहीं बन सकी। राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों की ओर से संयुक्त उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को मैदान में उतारा गया है।
सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। प्रधानमंत्री मोदी ने संसद भवन परिसर स्थित राज्यसभा महासचिव के कार्यालय में निर्वाचन अधिकारी पी.सी. मोदी को मुर्मू के नामांकन पत्र सौंपे। मुर्मू के साथ नामांकन दाखिल करने के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह, राजनाथ सिंह, जे.पी. नड्डा, कई राज्यों के मुख्यमंत्री और सहयोगी दलों के नेता मौजूद थे। भाजपा नेताओं के अलावा वाईएसआर कांग्रेस के विजयसाई रेड्डी, ओड़िशा की बीजू जनता दल सरकार के दो मंत्री और उसके नेता सस्मित पात्रा, अन्नाद्रमुक नेता ओ. पनीरसेल्वम और थम्बी दुरई तथा जनता दल(यूनाईटेड) के राजीव रंजन सिंह भी मौजूद थे।