संचारी रोग नियंत्रण अभियान स्वास्थ्य विभाग का ही नही समग्र विभागों के समन्वय से ही सफलता सम्भव है - जिलाधिकारी

प्रतापगढ़। जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल ने कल सायंकाल कलेक्ट्रेट सभागार में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के सम्बन्ध में बैठक की। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा बताया गया कि 1 जुलाई से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जायेगा तथा 16 जुलाई से 31 जुलाई तक घर-घर जाकर दस्तक अभियान चलाया जायेगा। जिलाधिकारी ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अन्तर्गत शिक्षा विभाग, पंचायती राज, महिला एवं बाल कल्याण, ग्राम्य विकास, पशुपालन, जल निगम, नगर विकास, कृषि एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस अभियान के अन्तर्गत जहां एक ओर निरोधात्मक कार्यवाहियां की जानी है वहीं जन-जागरूकता बढ़ाने के लिये जन जागरण अभियान चलाया जाना है। उन्होने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया कि प्रतिदिन प्रार्थना के समय 5 मिनट बच्चों को साफ-सफाई एवं संचारी रोग से बचाव के प्रति बच्चों को जानकारी दी जाये ताकि बच्चे स्वयं और अपने अभिभावकों को भी जागरूक कर सके। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि वन पेजर पम्पलेट संचारी रोग से बचाव के प्रति तैयार कर शिक्षा विभाग को उपलब्ध करा दिया जाये ताकि बच्चों को जानकारी हेतु उपलब्ध कराया जा सके। बैठक में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के सम्बन्ध में डा0 एस0के0 सिंह नोडल अधिकारी (संचारी रोग नियंत्रण अभियान) द्वारा जानकारी उपलब्ध न कराये जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की। बैठक में जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि झाड़ियों की कटाई एवं साफ सफाई करायें, गड्ढों का भरा जाये, जल भराव का निस्तारण किया जाये तथा इण्डिया मार्का-2 हैण्डपम्प तथा उनके प्लेटफार्म की मरम्मत की करायी जाये। उन्होने नगर पालिका एवं नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया कि रोस्टर बनाकर फागिंग का कार्य किया जाये, नालियों की साफ-सफाई करायी जाये, कचरा का निस्तारण किया जाये, असुरक्षित जल स्रोतों का चिन्हिकरण किया जाये, जल भराव वाले स्थानों को चिन्हित कर लार्वीसाइट का छिड़काव किया जाये, शहरी क्षेत्रों के नलकूपों/पेयजल स्रोतों का नियमित क्लोरीनेषन व नलकूपों का क्लोरीन डोजर सुचारू रूप से संचालित किया जाये, वाटर लिकेज पर विशेष ध्यान दिया जाय ताकि पानी दूषित न हो। जल निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि शहर में बने ओवर हेड टैंक की नियमित साफ-सफाई, टंकियों में एअर टाईट ढक्कन लगाया जाये, साथ ही साथ पाइप लाइन बिछाते समय गड्ढों को तुरन्द बन्द करवा दिया जाये ताकि वारिश में जल भराव न हो सके। खराब इण्डिया मार्का हैण्ड पम्प की मरम्मत तत्काल कराये जिससे कम बोर वाले/दूषित जल श्रोत वाले हैण्डपम्पों पर जन मानस की निर्भरता कम से कम हो। नियमित रूप से वाटर सप्लाई पाईप लीकेज का सर्वेक्षण एवं पानी के विसंक्रमण का अनुश्रवण नियमित रूप से किया जाये। 
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियांं को निर्देशित किया कि बुखार के रोगियों की सूची तैयार करें एवं दिमागी बुखार के मरीजों के उपचार हेतु स्वास्थ्य केन्द्रों पर भेजा जाये, मलेरिया के रोगियों की जांच अधिक से अधिक मलेरिया किट द्वारा किया जाये, खांसी जुकाम में ग्रसित रोगियों जिनकों सांस लेने में कठिनाई हो कोविड-19 की जांच करायी जाये, घरों में मच्छरों के प्रजनन की स्थिति की जांच एवं गमलों, कूलर, फ्रीज आदि में लार्वा की उपस्थिति की जांच की जाये। पशुपालन विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि सूअरबाड़ों की साफ-सफाई करवायी जाये, पशु मेला करवाये साथ ही साथ सूकर पालक/पालतू जानवरों के पालकों का संवेदीकरण करें एवं साथ साथ जे0ई0/ए0ई0एस0 से बचाव की जानकारी दें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 अरविन्द कुमार श्रीवास्तव, जिला सूचना अधिकारी विजय कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेन्द्र सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी पवन यादव सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।