जैव विविधता क्विज प्रतियोगिता मे बाल भारती की टीम ने पाया पहला स्थान@रिपोर्ट शशिधर अग्रवाल अनूपपुर


अनूपपुर/ मध्य प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड एवं लोक शिक्षण विभाग द्वारा प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी छात्र-छात्राओं के बीच अनूपपुर जिले में जैव विविधता पर लिखित क्विज प्रतियोगिता का आयोजन जिला शिक्षा कार्यालय अनूपपुर के सभागार में आयोजित किया गया जिसमें अनूपपुर जिले की विभिन्न विद्यालयों के 35 छात्र-छात्राओं की टीम सम्मिलित रहीे,इस दौरान बालभारती पब्लिक स्कूल जैतहरी की टीम ने 47 प्रश्नों का सही जवाब लिखित मे देकर माधवी ध्यानी, वैष्णवी गुप्ता एवं दक्ष केडिया ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि भारत ज्योति विद्यालय अनूपपुर ने द्वितीय एवं शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय अनूपपुर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया,विजेता टीम को प्रथम पुरस्कार के रुप में ₹3000/, द्वितीय विजेता टीम को ₹2100/, तथा तृतीय विजेता को 1500/ रुपए का पुरस्कार प्रदाय किया गया इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी टी,आर,आर्मो, उप वन मंडल अधिकारी अनूपपुर के,बी,सिंह, जिलापरियो,समन्वयक(रमसा), देवेश सिंह क्विज मास्टर शिवदत्त पांडे,राजेश पटेल,वन परिक्षेत्र अधिकारी अनूपपुर कल्याण सिंह मार्को,परिक्षेत्र सहा,किरर रिचर्ड रेगी राव,वन मंडल कार्या,के सहायक रमेश मार्को,वन्यजीव संरक्षक शशिधर अग्रवाल के साथ विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक- शिक्षिका सम्मिलित रहे हैं,इस दौरान छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी अनूपपुर टी,आर,आर्मो ने कहा कि वन,वन्य प्राणियों के साथ प्रकृति के संरक्षण,जैव विविधता के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु मध्य प्रदेश के वन विभाग का जैव विविधता बोर्ड द्वारा लोक शिक्षण विभाग के सहयोग से प्रत्येक वर्ष समय-समय पर विभिन्न तरह के कार्यक्रमों का आयोजन कर जैव विविधता के संरक्षण एवं संवर्धन को बढ़ाए जाने के लिए किया जाता है ताकि बच्चों मे उत्साह के साथ संरक्षण किए जाने की प्रवृत्ति को प्रोत्साहन मिल सके। उप वन मंडल अधिकारी के,वी, सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि दिन पर दिन विभिन्न तरह की समस्याओं के कारण वनो की संख्या के साथ वन्य प्राणियों में भी खतरा उत्पन्न हो रहा है जिससे जैव विविधता पर विपरीत प्रभाव पडता चला आ रहा है जिसका संरक्षण प्रकृति को बचाए रखने के लिए आवश्यक है । इस दौरान बच्चों को दक्षिण अफ्रीका से मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के कुनो अभ्यारण में लाकर बरसाए गए चीतों के संरक्षण पर एक वीडियो भी दिखाई गई। कार्यक्रम के दौरान जिले के विभिन्न विद्यालयों से आए छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र वितरण किया गया।