भरतपुर ब्लाक कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष का भारी  आतंक 

अब पुत्र ने ब्राह्मण युवक को उतारा मौत के घाट  इसके पहले इसी कांग्रेस नेता की प्रतारणा से पंचायत सचिव की गईं थीं  जान 

मनेंद्रगढ़। नए जिले मनेंद्रगढ़ के  जनकपुर नगर में कांग्रेस नेता ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष भरतपुर रविप्रताप सिंह उर्फ़ रवि बाबा के बेटे शैलेन्द्र सिंह की गुंडागर्दी से एक युवक की मौत का मामला सामने आया है। इलाज के दौरान युवक सुमित शर्मा की शहडोल के जिला अस्पताल में कल मौत हो गई है। मृतक का मरणासन्न स्थिति में एक वीडियो सोशल मीडिया मे सामने आया है जिसमे मृतक सुमित शर्मा साफ साफ ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष रविप्रताप सिंह रवि बाबा के बेटे शैलेन्द्र सिंह पर डंडे से सर पर वार करके घायल करने का आरोप लगा रहा है। मारपीट की घटना 26 मार्च की बताई जा रही है मृतक सुमित का किसी और के साथ मोटरसायकल से कट मरने को लेकर बहस हो रहा था उस बीच ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष के बेटे शैलेन्द्र सिंह उर्फ छोटू वहां पहुंचता है और रंगदारी दिखाते हुए मृतक सुमित पर डंडे से वार कर देता है जिससे वह लहूलुहान हो जाता है और जनकपुर के शासकीय अस्पताल में उसे इलाज के लिए भर्ती कराया जाता है। इस बीच रविवार को अचानक  मृतक की तबियत ज्यादा बिगड़ने पर उसे शहडोल के जिला अस्पताल रेफर किया जाता है और इलाज के दौरान मृतक की मौत हो जाती है।इस मामले मे ये खबर लिखे जाने तक जनकपुर पुलिस ने कोई मामला दर्ज नहीं किया है.चुंकि मृतक का इलाज शहडोल जिला अस्पताल मे चल रहा था. इसलिए उसकी मृत्यु के बाद शहडोल पुलिस ने मामला मे मेमो दर्ज कर लिया है.

 ब्लाक अध्यक्ष पर भी पंचायत सचिव को आत्महत्या के उकसाने का आरोप

 

बेटे की रंगदारी से पूर्व पिता ब्लाक कांग्रेस भरतपुर अध्यक्ष रविप्रताप सिंह पर भी पंचायत सचिव को आत्महत्या करने पर मजबूर करने का मामला दर्ज है। भरतपुर जनपद पंचायत क्षेत्र में च्यूल गांव के पंचायत सचिव छत्रपाल ने 22 फरवरी 2022 को फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी थी। मौके पर मृतक के पास से सोसाइड नोट मिला था। सुसाइड नोट में पंचायत सचिव ने खुदकुशी का कारण ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह, जनपद सीईओ अनिल अग्निहोत्री और पंचायत इंस्पेक्टर राजकुमार पाण्डेय को बताया था। उस समय मामला आदिवासी परिवार से जुडा होने के कारण काफ़ी उछला था तब मामला शांत करने के लिए लंबी प्रक्रिया वाले अनुकंपा नियुक्ति का सहारा लिया गया। और मृतक पंचायत सचिव के पुत्र को घटना के चंद दिनों में ही अधिकारियों ने अनुकंपा नियुक्ति देकर मामले को शांत कराया गया था. इस आत्महत्या के मामले मे अभी भी कांग्रेसी नेता  रविप्रताप सिंह जमानत पर है.उस मामले मे भी तब कांग्रेस की काफ़ी किरकिरी हुई थी मगर कांग्रेस पार्टी ने ऐसे नेता को जिसपर आत्महत्या के लिए एक आदिवासी व्यक्ति को  उसकाने का आरोप लगा हो उसे चुनावी साल मे ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष के पद से नहीं हटाया  जाना कहीं ना कहीं रवि प्रताप सिँह  की ऊपरी पहुँच का दावा पुख्ता करता है. खैर मामला मे पुलिस क्या कार्यवाही करती है ये देखने का विषय होगा मगर चुनाव के 7 महीने पहले इस तरह की घटनायें कांग्रेस पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा रही हैं. और विपक्षी पार्टी बीजेपी को बैठे बिठाये मुद्दा दे रही है.