" समरसता सामाजिक जीवन का सर्वोपरि मूल्य है "- रिपोर्टर@दीपक कुमार गर्ग

" समरसता सामाजिक जीवन का सर्वोपरि मूल्य है "
शहडोल:-मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग एवं जन अभियान परिषद भोपाल के अंतर्गत शासकीय महाविद्यालय जयसिंहनगर, शहडोल ( म.प्र.) में दिनांक 04/05/06/अगस्त 2023 को संत शिरोमणि रविदास समरसता यात्रा महोत्सव पर आधारित कार्यक्रम किए गए। समरसता यात्रा के तारतम्य में 04 ,05 अगस्त 2023 को विचार गोष्ठी आयोजित हुई जिसमें संत रविदास जी के विचारों को याद करते हुए उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। उनके समय को याद करते हुए उनकी भक्ति भाव एवं सामाजिक न्याय और समरसता को वर्तमान समय से जोड़ा गया । संस्था प्रमुख/ प्राचार्य महोदय डॉ. धर्मेंद्र कुमार द्विवेदी जी ने कहा कि सामाजिक जीवन में समरसता सर्वोपरि मूल्य है। मध्यकालीन युग में सामाजिक जीवन में समरसता के प्रेरणास्रोत संत शिरोमणि रविदास जी माने जाते हैं। उनकी भक्ति संतो में श्रेष्ठतम है कर्म से ही मनुष्य ऊंचे या नीचे स्थान को प्राप्त होता है। जाति , आडंबर एवं रूढ़ियों के सख्त विरोधी होने के साथ साथ समाज में समतामूलक समाज की इन्होंने कल्पना की थी।हमे उनके बताएं हुए मार्ग पर चलने की आवश्यकता है और अच्छे समाज के निर्माण में सहोगी रहने की भी जरूरत है।अन्य मंचासीन प्रवक्ताओं ने भी संत रविदास जी के विचारों से विद्यार्थियों को अवगत कराया उनके जीवन मूल्यों को याद किया। समरसता यात्रा महोत्सव की इसी कड़ी में निबंध एवं पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई। विद्यार्थियों ने रविदास जी के जीवन मूल्यों और उनके विचारों पर आधारित निबंध लेखन एवं पोस्टर प्रतियोगिता में भाग लिया।
उक्त कार्यक्रम महाविद्यालय के संस्था प्रमुख डॉ.धर्मेंद्र कुमार द्विवेदी के कुशल मार्गदर्शन में संपन्न किया गया। कार्यक्रम संयोजक डॉ मंगल सिंह अहिरवार सहायक, प्राध्यापक ,हिंदी रहे। उक्त समरसता यात्रा महोत्सव में शामिल महाविद्यालय के शिक्षकों मे डॉ. राजेंद्र प्रसाद वर्मा, विभागाध्यक्ष वनस्पति शास्त्र, डॉ. लवकुश दीपेंद्र, सहायक प्राध्यापक राजनीति शास्त्र, डॉ.ममता पांडे सहायक प्राध्यापक राजनीति शास्त्र,प्रो. उत्तम सिंह, विभागाध्यक्ष प्राणी शास्त्र, प्रो. गजेंद्र परते, विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र, प्रो. सतीश वर्मा सहायक प्राध्यापक प्राणी शास्त्र, डॉ. यदुवीर प्रसाद मिश्रा, डॉ. अर्चना जायसवाल, डॉ. कमलेश जायसवाल, मनौवर अली, आदित्य कुमार शुक्ला एवं बहुतायत संख्या में विद्यार्थियों की गरिमामय उपस्थिति रही।