बिना नोटिस दिए चला दिया बिल डोजर तानाशाही पर उतारू नगर परिषद कोतमा अब देखना यह है कारवाही एक पक्षी होती है या फिर कांग्रेस से जुड़े लोग उनके भी प्लाटों पर चलता है बिल्डोजर@अभिषेक द्विवेदी की रिपोर्ट


कोतमा- खबरदार होशियार आज सुबह से नगर पालिका का बुलडोजर बिना किसी नोटिस के सड़कों पर दौड़ रहा ना जानें कितने दिनों तक दौड़ेगा और किस किस की दीवार गिराएगा साथ में पुलिस प्रशासन राजस्व विभाग भी है बताया जा रहा कार्यवाही अवैध प्लाटिंग करनें वालों पर होनी है !  

 बिना नोटिस दिए कई लोगों की दीवार धराशाई -  

जब प्रशासन का बुलडोजर चल रहा था तब मूल भू स्वामी पीड़ित लोगों ने बताया कि नगर पालिका की ये कैसी कार्यवाही है जो हम भू स्वामी को बिना किसी सूचना नोटिस के हमारी मात्र 2 - 3 फीट ऊंची कच्ची दीवार को नगर पालिका अपनी जेसीबी मशीन लगाकर पुलिस प्रशासन एवं राजस्व विभाग के साथ मिलकर दबंगई से तोड़ रही! 

जमीन किसी और की नोटिस किसी और को -

 मोके पर मौजूद कोतमा एस डी एम कोतमा तहसीदार कोतमा नगर पालिका के किसी भी अधिकारी कर्मचारियों के पास तोड़े गए बाउंड्री वाल के भूमि मालिक का नोटिस नही था ! जब मैंने नगर पालिका कर्मचारी हर्ष लाल से नोटिस के संबंध में बात की तो हर्ष लाल ने कहा कि मेरे पास नोटिस नही है कार्यालय में रखा है ! मौके पर मौजूद लोगों से और भी जानकारी लेने पर यह मालूम हुआ कि भवानी जायसवाल बिलासपुर निवासी को  वाट साप के माध्यम से नोटिस भेजी गई जबकि भवानी जायसवाल की भूमि पर किसी भी तरह का निर्माण ही नही हुआ है ! और ना ही भवानी जायसवाल की भूमि पर बुलडोजर चला बल्कि भवानी जायसवाल ने जिन लोगों को अपनी भूमि विक्रय की थी उन लोगों को किसी भी तरह का कोई विभागीय नोटिस नही मिला! और मजे की बात यह है कि नगर पालिका मूल भू स्वामी को बिना नोटिस दिए ही बुलडोजर चला दी ! अब सवाल यह है कि बिलासपुर निवासी भवानी जायसवाल को नगर पालिका द्वारा नोटिस दिए जानें का क्या मतलब ! 

सारा दिन नेशनल हाईवे पर बुलडोजर दौड़ता रहा -  सबसे पहले वार्ड नं 7 नेशनल हाईवे के बगल से भवानी जायसवाल द्वारा किए गए प्लांटिग पर बुलडोजर चला फिर केदार और राजेश मिश्रा के कुल मिलाकर 15 से 20 लोगों की भूमि पर बनी 2 - 4 फिट की कच्ची दीवार को तोड़ दिया गया जो भू स्वामी अपनी जिंदगी भर की कमाई से रजिस्ट्री कराकर शासन को टैक्स देकर जमीन खरीदकर निशान पहचान के रूप बनाएं थें ! लेकिन नगर पालिका एवं राजस्व विभाग ने मिलकर उक्त भू स्वामियों की भूमि के निशान पहचान को ही मिटा दिया ! 

न्यायालय का शरण लेगें मूल भू स्वामी 

नगर पालिका और राजस्व विभाग के हिटलर शाही रवैये का जवाब भू स्वामी न्यायालय में देगें लोगों का साफ़ कहना है कि हम लोगों ने कोई चोरी नही की है हम लोगों ने पैसा देकर जमीन खरीदी है साथ ही रजिस्ट्री के दौरान लगने वाले समस्त टैक्स जमा किया है हमनें अवैध रूप से बिना किसी परमिशन के कोई निर्माण कार्य नही किया सिर्फ भूमि की पहचान के रूप में 2-3 फीट कच्ची दीवार बनाया था जो परमिशन के दायरे में नही आता !