दो पार्षद ऐसे भी जिन्हे अपने ही वार्ड में नहीं चाहिए, परिषद कार्यालय

दो पार्षद ऐसे भी जिन्हे अपने ही वार्ड में नहीं चाहिए, परिषद कार्यालय
अनूपपुर I जिले के नवगठित नगर पंचायत बरगवां अमलाई में 2 पार्षद ऐसे हैं जिन्हें अपने ही वॉर्ड एवं मुख्य मार्ग नेशनल हाईवे पर परिषद का कार्यालय नहीं चाहिए ।आखिर क्यों? यह जानना हम सबके लिए अति आवश्यक है कि आखिर ऐसी कौन सी बात है जिससे वार्ड के जिम्मेदार अपने चुनकर भेजे हुए मतदाताओं के खिलाफ जाकर विकास को रोकना चाहते हैं ऐसी कौन सी ताकत है जिस बात के लिए मतदाताओं के सपनों को चूर चूर किया जा रहा है खबर है कि वार्ड क्रमांक 4 और 5 के दोनों पार्षदो ने बड़े-बड़े वादे करके अपने वार्ड को अच्छी रोड अच्छी सुविधा, पानी की समस्या को दूर करना, लोगों को रोजगार दिलाना, क्षेत्र का विकास करना, आदि दर्जनों प्रकार के वादा करके चुनकर आए थे लेकिन अब देखा जा रहा है कि नगर परिषद के सबसे प्रमुख परिषद भवन का निर्माण कार्य को परिषद सभा के अंदर वार्ड क्रमांक 4 और वार्ड क्रमांक 5 में रहने वाले पार्षद अपने ही वार्ड को परिषद ना बनने का समर्थन देते हैं यह अपने आप में शर्मनाक है और जनता के बीच इनकी छवि धूमिल हो रही है की रुपयों के लालच में अपने मतदाताओं की खुशियां रोजगार को पार्षद द्वारा छीना जा रहा है जनता ने आक्रोश फैला हुआ है जिससे आने वाले समय में इनके घरों की घेराव भी कर सकते हैं।
जबकि पूरे परिषद की माने तो देवहरा बरगवां के बीच में बसे अमलाई बापू चौक से लेकर बस स्टैंड का क्षेत्रफल परिषद के लिए सबसे बेहतर था क्योंकि यहां पर तीनों जगह से पहुंच मार्ग उपलब्ध आसानी से हो जाती है इसके अलावा रेलवे स्टेशन बस स्टैंड मुख्य बाजार पूरी तरह से लगे हुए हैं लेकिन जहां दो गाड़ियां आपस में क्रश ना हो पाए ऐसे जगह पर पार्षद के द्वारा समर्थन किया जा रहा है यह अपने आप में शर्मनाक है।