पंच सूत्र से मानव जीवन का उत्थान-माऊली सरकार

सातवें दिन स्नेह यात्रा के स्वागत में उमड़ा जन समुदाय

 

अनूपपुर I मध्यप्रदेश की कल्याणकारी  शिवराज सिंह चौहान की सरकार और क्षेत्र की जनता के बीच संतों की यह स्नेह यात्रा सामाजिक सरोकार बढाने, छुआछूत को समाप्त करने और समाज को एकजुट, कर्मठ, समरस बनाने के लिये सेतु का कार्य कर रही है। उपरोक्त विचार यात्रा के सातवें दिन दारसागर, भाद, चुकान सहित अन्य गाँव में अमरकंटक स्थित फलाहारी आश्रम के रामानंदी संत अनंत विभूषित जगत् गुरु रामानंदाचार्य स्वामी श्री राम राजेश्‍वराचार्य माऊली सरकार ने लोगों को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। 21 एवं 22 अगस्त को स्नेह यात्रा के अलग-अलग पड़ाव पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए माऊली सरकार ने कहा कि चींटियाँ बहुत छोटी होती हैं लेकिन वो मनुष्यों को सामाजिकता, सहकार, अनुशासन, मेहनत और एकजुटता का बेहतरीन संदेश देती हैं। जब स्नेह यात्रा चोंडी, पोंडी, बरबसपुर, दारसागर, पयारी क्र. 2 में पहुंची तो देर रात हो चुकी थी। यात्रा विलंबित होने के बावजूद जगह-जगह लोग महाराज जी को सुनने, दर्शन करने, स्वागत के लिये तत्पर देखे गये। सामाजिक समरसता के विभाग प्रमुख राजेन्द्र तिवारी, भारत विकास परिषद के पूर्व अध्यक्ष एवं सामाजिक समरसता संपर्क प्रमुख  मनोज द्विवेदी, जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक  उमेश पाण्डेय, ओमप्रकाश सिंह, गजेन्द्र सिंह शिकरवार के साथ सैकड़ों लोगों को संबोधित करते हुए माऊली सरकार ने लोगों को पंच सूत्र का मंत्र प्रदान किया। उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढने, विकास करने, मजबूत रहने और सामाजिक सरोकार को पूरा करने, योग्य बनने के लिये पंच सूत्र आवश्यक हैं। ये पंच सूत्र हैं अज्ञानता से मुक्ति, ज्ञान की प्राप्ति, असामाजिकता से मुक्ति, सामाजिकता की प्राप्ति, कला हीनता से मुक्ति, कौशल की प्राप्ति, असत्य से मुक्ति, शाश्‍वत सत्य की प्राप्ति और भाग्य से मुक्ति, उद्योग की प्राप्ति। दारिद्रता भी एक निम्नता है। मेहनत और अच्छे कर्मों से इससे मुक्ति मिल जाती है। 
बरबसपुर, चोंडी, गंभिरवाटोला, पोंडी, दारसागर, पयारी क्रमांक 2 और मंगलवार 22 अगस्त को मझौली, भेडवाटोला, छिडमिडी, शिकारपुर, चुकान, निमहा, टिमकीटोला, आमाडांड, मलगा, टांकी, बरतराई, भलवाही, फुलकोना, झिरियाटोला, खोडरी नं. 2, कोहका, बनगवॉ, राजनगर, डोला में स्नेह यात्रा पहुंची। इन सभी ग्रामों में स्थानीय लोगों द्वारा  माऊली महाराज एवं स्नेह यात्रियों का मंगल कलश, पुष्प वर्षा से भाव भीना स्वागत किया गया। बरतराई की महिलाओं ने सस्वर स्वागत गायन करके उपस्थित जनसमुदाय का मन मोह लिया। यात्रा के दौरान सभी जगह हम सब एक हैं, जाति - पांति की करो विदाई - हम सब भाई भाई, ऊंच नीच की करो विदाई - हम सब भाई भाई, भारत माता की जय, वन्दे मातरम्, नर्मदा मैया की जय के उद्घोष होते रहे।