अनूपपुर मे मालवाहनो से ढोए जा रहे लोग

@रिपोर्ट - मो अनीश तिगाला 

अनूपपुर / डिंडोरी में माल वाहक से यात्रियों को ढोने  के दौरान हुए हादसे में  14 लोगों की मौत के बाद भी अनूपपुर की यातायात व्यवस्था नहीं सुधरी शहर व ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले माल वाहक ग्रामीण सवारियों को जानवरों की तरह ठूंस-ठूंसकर भर  कर ला रहे है, अनूपपुर जिले मे यातायात विभाग की लापरवाही की वजह से ट्रैक्टर, पिकअप, छोटा हाथी तथा मिनी ट्रक जैसे मालवाहकों में ग्रामीण सवारियों को जानवरों की तरह ठूंस-ठूंसकर परिवहन से जिले में सड़क दुर्घटनाएं बढ़ी हैं। सूत्र बताते है कि यातायात विभाग की हर माह एंट्री वसूली से जिले में यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। वहीं संबंधित महकमे की अवैध वसूली से सड़कों पर धड़ल्ले से दौड़ रहे ओवरलोड गाड़ियां लोगों के जान की दुश्मन बन गए हैं। एवं यातायात विभाग की कार्यशैली इन दिनों केवल और केवल वसूली की नजर आ रही है।  अनूपपुर जिले के साप्ताहिक बाजारों में आने वाले मालवाहक  गाड़ियों में सामग्री के ऊपर  दर्जनों यात्रियों को बैठा कर लाया व ले जाया जा रहा है  | 

एंट्री दो और नियम तोड़ते रहो

सड़कों में दौड़ती ओवरलोड वाहनों और मालवाहकों में यात्रियों का परिवहन इस बात को दर्शाता है कि एंट्री दो और परिवहन नियमों को तोड़ते रहो। ट्रैक्टर, पिकअप, छोटा हाथी एवं मिनी ट्रक जैसे मालवाहकों में बिना किसी रोक-टोक के दर्जनों की संख्या में यात्रियों व बारातियों को ढोया जा जाता है।  यातायात पुलिस की चेकिंग, के लिए रेट निर्धारित है। यातायात पुलिस थाने में माहवारी एंट्री की रकम भी तय है। चेकिंग के नाम पर महज कागजी खानापूर्ति की जाती है। ओवरलोड माल परिवहन से सड़कों का हाल बेहाल है। और यात्रियों की जान जोखिम में है |