अनूपपुर : मौखिक आदेश से हुई लाखों की खरीदी


 अनूपपुर जिले में अनूपपुर जिले में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अनूपपुर और ई गवर्नेंस अनूपपुर के द्वारा मौखिक आदेश पर 12 लाख 94 हजार सो रुपए के इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदे गए कल 22 सामानों का बिल बना था जिसका भुगतान वर्तमान दिनांक तक सामान उपलब्ध कराने वाले फार्म को नहीं हुआ है 

आईएएस को भंडार क्रय अधिनियम 2015 पढ़ने की आवश्यकता
भंडार क्रय अधिनियम 2015 में लागू किया गया था जो कि वर्तमान दिनांक तक लागू है उसमें मौखिक आदेश का कहीं भी नियम नहीं है लेकिन अनूपपुर जिले के अफसर को नियम तोड़ने की आदत सी बन गई है अनूपपुर जिले के अधिकांश नेता उच्च अधिकारियों के चटूकारता में व्यस्त रहते हैं तो उनके द्वारा किया गया भ्रष्टाचार कहां से दिखाई देंगे यह भी कहना गलत नहीं होगा कि नहीं तो आए द्वारा व्यक्तिगत हित के चलते अधिकारियों का विरोध नहीं कर पाते


ई गवर्नेंस के कर्मचारियों द्वारा बेचे गए सामान 

अनूपपुर जिले में कुछ ई गवर्नेंस के कर्मचारियों द्वारा शासकीय सामानों को मार्केट में बेच दिया गया या उसकी जगह किसी जगह से कबाड़ सामान लाकर रख दिया गया शासन को पुराने सामान कंपनी वह सामान की ऑडिट करने की आवश्यकता लेकिन उच्च अधिकारियों के मिले  होने के चलते यह पूर्णत भ्रष्टाचार का उजागर नहीं हो पाएगा यह ऑडिट यदि सही ढंग से हुई तो अनूपपुर जिले में करोड़ों का भ्रष्टाचार  उजागर होगा और भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारिय भी जल्द सलाखों के पीछे होंगे