सीएमओ नगरपालिका अनूपपुर अनंत धुर्वे भाजपा के टिकट से लडे थे छिंदवाडा में मेयर का चुनाव 
कैसे करेंगे निष्पक्ष नगर की जनता के साथ न्याय 
अनूपपुर। अनूपपुर नगरपालिका के नव पदस्थ मुख्य नगरपालिका अधिकारी अनंत धुर्वे के आने के बाद अनूपपुर नगरपालिका में समस्याओ को लेकर जनता परेषान दिख रही है। बारिष के समय नगर की सडको पर जहां जगह-जगह जल भराव है वहीं रात होते ही सड़को पर छुट्टा जानवरो का कब्जा हो जाता है। ऐसे में मुख्य नगरपालिका अधिकारी की उदासीनता आम जनता के समझ में नही आ रही है, लेकिन जैसे ही नगर में बढ रही जन समस्याओ की चर्चा नगरपालिका के कर्मचारियो से की जाती है तो उनका कहना होता है साहब हमारे खुद बडे भाजपा के बडे नेता रहे है और वह छिंदवाडा से मेयर का चुनाव लड चुके है। ऐसे में साहब साहबगिरी में कम नेतागिरी में ज्यादा विष्वास करते हैं।
जनता परेषान मुख्य नगरपालिका अधिकारी 
छोटी-छोटी समस्याओ को लेकर नगर पालिका में पहंुचने वाली अनूपपुर की जनता इस समय परेषान और हैरान है क्योंकि नगरपालिका में कर्मचारियो द्वारा आम जनता के परेषानियो को दूर करने के लिये गंभीरता के साथ कोई कार्य नही किया जा रहा है। आम जनता का आरोप है कि नगरपालिका के अधिकतर कर्मचारी समय से अपनी सीट पर नही मौजूद रहते है जिसके कारण 10 मिनट का काम कभी-कभी 10 दिन में भी पूरा नही हो पाता। वहीं नगरपालिका के जिम्मेदारो का कहना है कि अनूपपुर नगरपालिका में कर्मचारियो की संख्या 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 15 हजार को रखकर तैनात की गयी है लेकिन वर्तमान में यहां की जन संख्या 22 हजार के आस-पास है जिसके कारण आम जनता को परेषानी का सामना करना पड रहा है। 
साहब की नेतागिरी के आगे सब फेल
यहां पर यह भी बता दिया जाये कि अनूपपुर नगरपालिका की आये दिन भोपाल में पार्षदो और अधिकारियो के बीच नोंक-झोंक की खबरे जाती रही यही नही पूर्व मुख्य नगरपालिका अधिकारी ज्योति सिंह ने तो भाजपा के दो पार्षदो के व्यवहार को ही आधार बनाकर उनको बर्खास्त करने की मांग कर डाली थी। इसके पूर्व यहां पर कार्यरत मुख्य नगरपालिका अधिकारी स्नेहा मिश्रा भी यहां के नेतागिरी का षिकार हो गयी और चंद ही महीनो के अंदर उन्होंने अपना यहां से अपना स्थानांतरण करा लिया। इन्ही सब कारणो के कारण नगरीय प्रषासन ने इस बात को महसूस किया कि अनूपपुर में किसी नेता अधिकारी की जरूरत है जो अनूपपुर के नेताओं को ठीक कर सके और नगरीय प्रषासन ने जब तलाष शुरू की तो छिंदवाडा से भाजपा के मेयर का चुनाव लड चुके अनंत धुर्वे अपनी वापसी के बाद खाली नजर आये और उन्हें अनूपपुर भेज दिया गया। अब यह तय है कि जो खुद अधिकारी पद से स्तीफा देकर मेयर का चुनाव वह भी सत्ता पक्ष के टिकट पर लड चुका हो वह स्थानीय भाजपा के नेताओ के दवाब में नही आ सकता। यही कारण है कि कई वार्डो के भाजपा पार्षद परेषान है और अपनी दर्द को सोषल मीडिया में बांट रहे हैं। वही जनता कह रही है कि साहब की नेतागिरी के आगे यहां के नेताओ की नेतागिरी फेल हो गयी है।
छिंदवाडा में जनता से किये वादे अनूपपुर में निभा दो 
आम जनता के बीच में इस बात की चर्चा है कि मुख्य नगरपालिका अधिकारी अनंत धुर्वे छिंदवाडा में मेयर का चुनाव लडते समय जनता के बीच में जो भी वादा किये थे उसका कुछ भाग भी अगर वह एक अधिकारी के रूप में अनूपपुर की जनता के बीच निभा दें तो शायद अनूपपुर की कई समस्याओ का अपने आप निदान हो जायेगा। फिलहाल तो अभी तो साहब के नेतागिरी की चर्चा करते हुये कर्मचारी अपनी डींगे बघार रहे है लेकिन आम जनता को इस बात का भरोसा नही है क्योंकि जनता का अधिकारियो के साथ-साथ नेताओ पर भी विष्वास उठ चुका है और साहब तो नेता भी है और अधिकारी भी। ऐसे में जनता कैसे विष्वास करे यह समझ से परे है।