नागपंचमी में विशेष पूजा होती है पवित्र नगरी अमरकंटक में मां नर्मदा के पावन नगरी अमरकंटक में नाग पंचमी की पूजा करने से दूर होता है कालसर्प दोष-पंडित संदीप ज्योतिषी

नागपंचमी में विशेष पूजा होती है पवित्र नगरी अमरकंटक में
मां नर्मदा के पावन नगरी अमरकंटक में नाग पंचमी की पूजा करने से दूर होता है कालसर्प दोष-पंडित संदीप ज्योतिषी
अमरकंटक। नाग पंचमी के पावन अवसर पर कालसर्प योग की विशेष पूजा मां नर्मदा के उद्गम स्थल पर या घाट पर कहीं भी करने पर कालसर्प योग दोष समाप्त होता है पहले तो हम यह जान लेने की कालसर्प योग दोष होता क्या है हम लोग जो परिवार में मृत व्यक्तियों का सनातनी परंपरा के अनुसार परिवार में मृत्यु व्यक्तियों का कार्य सही ढंग से संपादित नहीं करते हैं वही करण हमारे व्यक्तिगत जीवन में बाधा उत्पन्न करती है और हमारे कोई भी कार्य सहित हम सही ढंग से संपादित नहीं होते पूर्ण नहीं होते हर कार्य में बाधा उत्पन्न होती है इसी को काल सर्प दोष कहते हैं जिसका उपाय पंडित संदीप ज्योतिषी ने बताया कि आज नाग पंचमी के विशेष अवसर पर कालसर्प योग की पूजा चांदी के नाग एवं नागिन का जोड़ा लेकर इसका विधिवत पूजन कर उसकी बातें नर्मदा जल में विसर्जित करने से सभी प्रकार के कालसर्प दोष नाश हो जाएंगे शांत हो जाएंगे या का लीजिए समाप्त हो जाएंगे अमरकंटक एक दिव्य अलौकिक नगरी है जहां पर बाबा भोलेनाथ को विष पीने के बाद शांति प्राप्त हुई थी उसे ऐसे पवन दुर्गम दुर्लभ जगह पर किसी भी प्रकार के दोष का सनातनी परंपरा के अनुसार विद्युत पूजन पाठ करने से समस्त प्रकार के दोष मुक्त हो जाते हैं वैसे मां नर्मदा कलयुग में पाप हारने वाली नदी है जिसको दर्शन करने से ही मनुष्य को मुक्ति मिल जाती है तो यह छोटे-मोटे कालसर्प योग दोष या कोई भी दोष मानवता के क्षेत्र में पूजन करने से समाप्त हो जाते हैं।