रेत माफिया के पोकलेन चालक की धमकी बकेट में दबा दूंगा,परसवार में कर रहा रेत का अवैध उत्खनन 
अनूपपुर - रेत कंपनी एसोसिएट ऑनर्स का अवैध उत्खनन बदस्तूर जारी है ये तस्वीरें बयाँ कर रही है कि मानपुर की जगह इसके द्वारा लगातार परसवार क्षेत्र में अवैध उत्खनन किया जा रहा है साथ ही स्थानीय मजदूरों की जगह पोकलेन से रेत की लोडिंग कर उनके जीवन यापन पर भी खतरा पैदा कर दिया है आज सुबह लगभग 10 बजे जब हम मानपुर खदान पहुंचे और वहां की लोकेशन की फ़ोटो खींच रहे थे उसी दरमियान पोकलेन मशीन चलाने वाला ड्राइवर अपने मालिक रेत माफिया की तर्ज पर यह कहते सुनाई दिया कि अगर बकेट के सामने फंसे तो यही दबा दूंगा तो क्या आप रेत कंपनी ने अपने मशीन चालक को कह दिया है कि अगर कोई पत्रकार यहां फ़ोटो खींचने आये तो उसे वही खदान में दफन कर देना अगर रेत कंपनी एसोसिएट ऑनर्स का आदेश नही होता तो मजाल थी कि मशीन का चालक यह कह देता की यही दबा दूंगा,आज जब मैं सुबह पहुंचा तो देखा कि परसवार क्षेत्र से भारी मात्रा में अवैध उत्खनन किया गया है पूंछने पर कोई बताने को तैयार नही तभी पोकलेन मशीन का ड्राइवर यह कहते सुनाई दिया कि अगर मेरे बकेट के आस पास फंस गया तो यही दबा दूंगा,रेत माफिया बस तुम इतना ही कर सकते हो पर मैं अपना काम करना नही छोड़ सकता हूं या तो तुम अवैध उत्खनन बंद कर दो या तो मुझे नदी में दफन कर दो यही रास्ता है खबर बंद होने का हां आज के बाद अगर मेरे साथ कोई हादसा होता भी है तो इसकी समस्त जिम्मेदारी रेत माफिया एसोसिएट ऑनर्स की होगी चूंकि मेरा काम है फ़ोटो खींच कर खबरें करना जो मैं निरंतर करता रहूंगा रोकना है तो आप अवैध उत्खनन रोक दो मेरी कलम नही रुकने वाली तब तक जब तक तुम्हारा ये अवैध उत्खनन नही बंद हो जाता,आज हमने जब नोट कैम से तस्वीरें खींची तो साफ हुआ कि रेत माफिया तो परसवार क्षेत्र में उत्खनन कर रहा है जबकि खदान मानपुर में स्वीकृत है इस रेत माफिया की बड़ी खबर कल जरूर पढ़ें कैसे प्रधानमंत्री ग्राम सड़क को कर रहा तहस नहस आखिर जिम्मेदारों ने छमता से ज्यादा लोड गाड़ियों को चलने की परमिशन प्रधानमंत्री सड़क पर कैसे दी,आप तस्वीर में दिख रहे सीमा चिन्हांकन के लिए लगाए गए झंडे को देखिए ये भी परसवार की सीमा में गड़ा हुआ दिखाई देगा अब सवाल यह उठता है कि आखिर खनिज विभाग ने मानपुर छोड़ परसवार क्षेत्र में कैसे रेत खदान की स्वीकृति दे दी किसके दबाव में रेत ठेकेदार को लगातार लाभ पहुंचाया जा रहा है

दूसरी तरफ जिला प्रशासन को तय करना है कि क्या शहडोल जिले की घटना की पुनरावर्त्ति अनूपपुर में देखना है चूंकि अगर यह रेत माफिया अवैध उत्खनन करेगा तो हम खबर तो लिखेंगे और तस्वीरे भी खींचेंगे चाहे उसकी कीमत जो चुकानी पड़े अब प्रशासन को तय करना है कि क्या अवैध उत्खनन पर रोक लगाते है या फिर किसी अनहोनी का इन्तजार करता है