लाल कार के बाद अब छत्तीसगढ़ की पासिंग क्रेटा एवम बोलेरो से हो रही शराब की अवैध पैकारी

पाली थाना क्षेत्र अंतर्गत नगर शहित 44 पंचयात एवं 103 गांव है और इन सभी गांवों में शराब ठेकेदार के द्वारा अवैध पैकारी जमकर की जा रही है जिसे देखने वाले जिम्मेदारों ने आंख में पट्टी बांध मूक सहमति उक्त अवैध शराब की बिक्री पर प्रदान की हुई है।

घुंनघुटी चौकी अंतर्गत लगभग हर पंचायत आती है जहां हर गांव में अवैध शराब की बिक्री शराब ठेकेदार के द्वारा कराई जा रही है जो की एक छत्तीसगढ़ की पासिंग क्रेटा CG-07-BC-38*0 एवम बोलेरो CG15A84*4 के माध्यम से भारी मात्रा में शराब लोड कर रात दिन पूरे क्षेत्र में बेरोकटोक शराब का परिवहन कर शराब गांव गांव तक पहुचाई जा रही है।वही हम आपको बता दे की बीते दिनों पाली नगर में छत्तीसगढ़ पासिंग लाल कार से अवैध शराब की पैकारी की जाती थी जिसको लेकर आर के एक्सपोज ने प्रमुखता के साथ 17 मई को खबर प्राकशित की थी खबर प्रकाशन के बाद 25 मई को पाली पुलिस के द्वारा उक्त कार को अवैध शराब शहित जप्त कर 34-1 की कार्यवाही की थी।


*घट सकती है बड़ी घटनाएं।*

वैसे तो पाली नगर एवम घुंनघुटी चौकी क्षेत्र अंतर्गत गांव शांतिपूर्ण वातवरण के लिए जाना जाता है लेकिन देर रात एवम सहजता से घर के सामीप ही शराब मिल जाने से ग्रामीण भी शराब के आदि हो रहे है और कई बार पुलिस तक ग्रामीणों के विवाद की शिकायते थाने एवम चौकी पहुचती है जहां 90 प्रतिशत विवाद का कारण शराब ही बताई जाती है अवैध पैकारी पर लगाम न लग पाने से निश्चित ही कोई बड़ी घटना से इनकार नही किया जा सकता ।

*आबाकरी का खुला संरक्षण।*
सम्पूर्ण क्षेत्र में अवैध पैकारी का मुख्य जिम्मेदार आबाकरी विभाग को ही कहा जा सकता है क्योकी आबाकरी विभाग मुख्य रूप से नशे के खिलाफ कार्यवाही हेतु ही होता है लेकिन यहां तो आबाकरी विभाग के द्वारा खबरे प्रकाशन के बाद चुट-पुट कार्यवाही कर इतिश्री कर लिया जाता है जिसमे गरीब आदीवासीयो पर हाथ भट्टी कच्ची शराब जप्त कर कार्यवाही कर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करा दिया जाता है पुलिस भी की भूमिका को कम नही कहा जा सकता है क्योकी पुलिस मजबूरी में अवैध शराब की कार्यवाही किसी की सूचना पर ही की जाती है ।ज़िम्मेदारो की मूक सहमति को देखकर यह अंदाजा तो लगाया ही जा सकता है की अवैध शराब के सम्पूर्ण कारोबार में सबका हिसाब किताब यथाउचित शराब ठेकेदार के द्वारा मैनेजमेन्ट किया जाता है इसलिए तो बेख़ौफ़ कार बोलेरो एवम मोटरसाइकिल के माध्यम से खुले आम दिन दहाड़े एवम रात में भी शराब को दूध की तरह गांव गांव एवम  घर-घर आसानी से पहुचाया जा रहा है। अब देखना होगा की ज़िम्मेदार आंख से पट्टी हटा कार्यवाही करते है यह फिर इसी तरह अपनी मूक सहमति प्रदान कर इस अवैध कारोबार करने शराब ठेकेदार को संरक्षण प्रदान किया जाता है ।