हंड्रेड डायल की पहरेदारी में होती रेत की चोरी, मीडिया के कमरे में कैद हुई हकीकत
अवैध रेत से लदे ट्रैक्टर वाहन को थाने न ले जाकर पुलिस ने दी गवाही
इन्ट्रो-
 वैसे तो जिले का कोई ऐसा थाना क्षेत्र नही जहां पुलिस के संरक्षण में रेत का अवैध उत्खनन व परिवहन माफियाओं द्वारा न किया जा रहा हो लेकिन जैतहरी थाना क्षेत्र बिरला है जहां की हंड्रेड डायल की पहरेदारी में तिपान नदी के विभिन्न घाटों से रेत चोर माफियाओं द्वारा रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन किया जा रहा है जबकि हंड्रेड डायल पुलिस की रचना मध्य प्रदेश में तत्काल अपराधों को रोकने के लिए की गई और इसे कारगर बनाने के लिए नई तकनीकी का उपयोग किया जा रहा है लेकिन जैतहरी थाना क्षेत्र अंतर्गत हंड्रेड डायल में तैनात पुलिस रात के अंधेरे में रेत चोर माफियाओं की पहरेदारी करते हुए रेत से लदे वाहनों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने का काम कर रही है,यह कारनामा मीडिया के कमरे में पूरी तरह कैद होता देखने के बाद भी शुक्रवार शनिवार की दरमियानी रात तकरीबन साढ़े तीन बजे रेत से लदे ट्रैक्टर वाहन को थाने न ले जाकर पहरेदारी की गवाही दे दी।

जैतहरी। जिले में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध खनिज रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन करने वाले माफिया दिन दूनी रात चौगुनी गति से अपनी आय को बढ़ा रहे हैं और खुलेआम शासन के राजस्व को क्षति पहुंचा रहे हैं,थाना जैतहरी क्षेत्र में यह सब कुछ हंड्रेड डायल पुलिस की पहरेदारी में हो रहा है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि अवैध रेत के परिवहन की पूछताछ करने के बाद भी हंड्रेड पुलिस के द्वारा अवैध रेत से लदे ट्रैक्टर वाहन को जैतहरी थाने तक नहीं ले जाया गया बल्कि उसे अपने गंतव्य स्थान जाने के लिए छोड़ दिया गया बहरहाल पुलिस जो चाहे करे क्योंकि वह देश भक्ति के साथ जनसेवा के कार्य में डटी है। इन दोनों जैतहरी क्षेत्र में तिपान नदी से रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन करने का कार्य माफियाओं द्वारा गिरोह बनाकर किया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि यहां हंड्रेड डायल के साथ थाने की पुलिस को भी रेत चोर माफियाओं के द्वारा प्रति ट्रिप पूरी ईमानदारी के साथ उसका ते हिस्सा पहुंचाया जाता है फिर ऐसे में कार्यवाही की बात सोचना जन सामान्य के लिए बेईमानी होगा।

माफियाओं की मदद के लिए तैनात हंड्रेड डायल पुलिस?


डायल हंड्रेड पुलिस को सशक्त बनाने के लिए नई तकनीकी का इजात किया गया ताकि वह पीड़ित की मदद के लिए सीधे सही लोकेशन पर पहुंच सके लेकिन अब उस तकनीकी का उपयोग जिले के जैतहरी थाना अंतर्गत हंड्रेड डायल में तैनात पुलिस के द्वारा रेत चोर माफियाओं की मदद के लिए किया जा रहा है,जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण शुक्रवार शनिवार की दरमियानी रात तकरीबन साढ़े तीन बजे तब सामने आया जब अवैध रेत लेकर जा ट्रैक्टर चालक से हंड्रेड पुलिस की होती बातचीत को कमरे में कैद कर लिया गया उसके बाद जब हंड्रेड डायल पुलिस से उक्त ट्रैक्टर वाहन को जैतहरी थाने ले जाकर कार्यवाही करने की बात की गई तो तैनात पुलिस ट्रैक्टर वहां को वहीं छोड़कर आगे की ओर रवाना हो गई ऐसे में यह कहना अति संयोक्ति नहीं की हंड्रेड डायल की पहरेदारी में जैतहरी थाना क्षेत्र अंतर्गत रेत की चोरी होती है।

क्षत्रपाल है रेत चोर माफिया या पर्दे के पीछे कोई और

शुक्रवार शनिवार की दरमियानी रात तकरीबन साढ़े तीन बजे आदर्श ग्राम सिवनी के समीप अवैध रेत का परिवहन कर रहे ट्रैक्टर चालक से हंड्रेड डायल पुलिस की बातचीत के बाद उसे कार्यवाही के लिए थाने ना ले जाने पर जब मीडिया के द्वारा ट्रैक्टर चालक से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उक्त ट्रैक्टर छत्रपाल नामक व्यक्ति का है जिसके द्वारा रेत का तिपान नदी से अवैध उत्खनन कराते हुए जैतहरी क्षेत्र में परिवहन किया जाता है,यह छत्रपाल असल रेत चोर माफिया है या फिर पर्दे के पीछे कोई और सरगना है, इसका भी वास्तविक पता लगाना पुलिस का ही काम है लेकिन जब वही पुलिस पहरेदारी में लगी हो तब भला रेत चोर माफियाओं का यहां सरगना कौन है यह कैसे सामने आ सकेगा,जानकार सूत्रों की माने तो प्रतिदिन सैकड़ो ट्रॉली रेत अवैध तरीके से नदी से उत्खनन कर परिवहन किया जा रहा है जिससे शासन को लाखों रुपए के राजस्व की क्षति हो रही है।

यहां से होता रेत का अवैध उत्खनन व परिवहन

थाना जैतहरी क्षेत्र अंतर्गत तिपान नदी के गोबरी घाट,सिवनी-बलबहरा घाट के अलावा गूजर नाला   व पगना से प्रतिदिन रेत चोर माफियाओं के द्वारा रात 11 से लेकर सुबह 8 से 9 बजे तक रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन किया जाता है लेकिन सब कुछ देखने के बाद भी जैतहरी पुलिसमैन है इससे क्या समझा जाए कि थाने की पुलिस भी पूरी तरह से इन रेत चोर माफियाओं को संरक्षण प्रदान किए हुए है, कई बार क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के द्वारा नदियों से होते रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने की मांग को लेकर शिकायती पत्र दे चुके हैं, लेकिन सूचना मिलने के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची ऐसे में अब शिकायत करने वाले वह सूचना देने वाले यहां भय के साए में जी रहे हैं,समय रहते पुलिस कप्तान के द्वारा जैतहरी थाना क्षेत्र अंतर्गत रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन के कारोबार के विरुद्ध कार्यवाही नहीं की गई तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।