खनिज विभाग के साहब के बंगले निर्माण में अवैध कारोबारी पहुंचाएं सामग्री नही तो होगा चालान - विजय उरमालिया की कलम से

खनिज विभाग के साहब के बंगले निर्माण में अवैध कारोबारी पहुंचाएं सामग्री नही तो होगा चालान
विजय उरमालिया की कलम से
अनूपपुर - खनिज विभाग भ्रष्टाचार का गढ़ यूँ ही नही बना और अवैध कारोबारी यूँ ही नही फल फूल रहे है दरसल मिली खबर के मुताबिक खनिज विभाग में पदस्थ अनिल तिलासे ड्राफ्टमैन का नवीन बंगले का निर्माण जिला मुख्यालय से लगे परसवार गांव में पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास हो रहा है चर्चा जोरों पर है कि साहब के बंगले का निर्माण कार्य चल रहा है और बनाने की जिम्मेदारी घर निर्माण सामग्री सप्लाई करने वाले ठेकेदारों पर डाला जा रहा है ईंटा, गिट्टी, रेता, बोल्डर आदि की सप्लाई फ्री में देने के लिए साहेब का क्रेशर मालिको और गाड़ी मालिको पर खनिज विभाग का धौंस बता कर किया जा रहा है नए साल लगते ही 1 या 2 जनवरी को साहेब ने एक बड़े क्रेसर मालिक और रेत सप्लायर को गिट्टी और रेत बोल्डर के लिए आदेश दिया गया बेचारे सप्लायर का दोष इतना था कि उसने सामग्री का पैसा तो नही मंगा पर गाड़ी में लगने वाले डीजल का पैसा मांग लिया फिर क्या था साहब के ईगो को ठेस लग गई और उसने उस ठेकेदार को परिणाम भुगतने की बात कह कर सामग्री लेने से मना कर दिया। फिर क्या था साहब के सरपरस्त माइनिंग इंस्पेक्टर को ठेकेदार द्वारा सामग्री सप्लाई न करने और उसका पैसा मांगने की बात बता कर उसकी गाड़ी पर कार्यवाही करने की बात कही अपने सरपरस्त की परेशानी को देखकर माइनिंग इंस्पेक्टर ने 4 जनवरी को बोल्डर से भरे ट्रक पर दो टन ओवरलोड का मामला खनिज अधिनियम का बनाते हुए उसकी गाड़ी को पकड़ लिया बाद में कार्यवाही के पश्चात गाड़ी सुपर्दगी में गाड़ी मालिक को दे दी गई और 22 जनवरी को उस मामले में पेशी होनी है।
फ्री में दो समान नही तो होगा चालान!
खनिज का अवैध उत्खनन परिवहन करने वाले या लीगल करने वाले भी अगर साहब का बंगला बनने तक किसी भी प्रकार की सामग्री की कमी होने दी तो समझ ले सामत आनी तय है पर साहब इतना समझ लीजिए बंगले की इमारत तभी टिकती है जब उसमे एक ईंट ईमानदारी की भी लगी हो पर आप तो पूरा का पूरा बंगला मुफ्त की सामग्री से बनने में आमादा है, बहरहाल ईमानदारी से काम करने वाले तो परेशान होंगे ही पर तैयार रहे अवैध उत्खनन और परिवहन करने वाले जिनके कंधे पर इस बंगले को असली जामा पहनाने की जिम्मेदारी आप सब की है अगर समय रहते साहब का बंगला तैयार नही हुआ या आपने परिवहन नाम पर डीजल का पैसा भी मांग लिया तो फिर समझ लो आपके काले कारोबार के साम्राज्य को खनिज निरीक्षक की टेढ़ी नजर से कोई नही बचा पायेगा और तब आपका काला कारोबार ध्वस्त होने में वक्त नही लगेगा।