आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका एवं उप आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के हक लिये एटक कुर्बानी से पीछे नहीं हटेगी-गायत्री बाजपेयी


अनूपपुर। संयुक्त मोर्चे के तत्वावधान में 26 जुलाई 2023 को भोपाल के नीलम पार्क में आयोजित धरने को संबोधित करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका यूनियन एटक मध्यप्रदेश के प्रांतीय अध्यक्ष  कामरेड गायत्री वाजपेयी ने कहा मध्य प्रदेश की सरकार महिला, मजदूर, किसान एवं आमजन की विरोधी सरकार है। बेटी पढ़ाओ बेटी बढ़ाओ का झूठा नारा बेकार है महिलाओं को ठगने वाली सरकार के पास क्या कोई जवाब है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को मात्र 3 हजार रुपये मानदेय देकर अपना पीठ थपथपाने वाली सरकार सहायिका एवं ऊप आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का मानदेय मात्र 750 रुपये बढ़ाया जबकि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने मा्ग किया था कि तब तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिका एवं उप आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का मानदेय 26 हजार एवं 20 हजार रुपये क्रमशः किये जाए जब तक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका एवं उप आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं मिल जाता है कामरेड वाजपेयी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सुप्रीम कोर्ट नेमध्य प्रदेश के समस्त स्कीम कर्मचारियों को ग्रेच्युटी का भुगतान किया जाए सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए सरकारी कर्मचारी को मिलने वाले समस्त प्रकार के लाभ दिया जाये आमसभा को संबोधित करते हुए कॉमरेड गायत्री बाजपेयी  ने केंद्र सरकार की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि मणिपुर की घटना ने पूरे दुनिया में भारत के नाम को शर्मसार कर दिया है जहाँ दो महिलाओं को नंगाकर उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया जाना सरेआम नंगी कर घुमाना यह कैसा महिलाओं का सम्मान है सभी को सुधी जिले की अध्यक्ष आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हम सहायता यूनियन के मध्य प्रदेश राम राम ने द्विवेदी ने वक्ताओं के सभी बातों का समर्थन करते हुए शासन के नीतियों के खिलाफ मुस्तैदी के साथ हमें लड़ना होगा और हो सकता है फिर से हमको सामूहिक हड़ताल पर जाना पड़ेगा किन्तु सहायिका एवं उप आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ नाइंसाफी को हम बर्दाश्त हम नहीं करेंगे सभाओं को संबोधित करते हुए कामरेड अंजलि श्रीवास्तव अनूपपुर ने जोरदार वक्ताओं का समर्थन करते हुएकंधे से कंधा मिलाकर चलने का आश्वासन दिया मंच पर उपस्थित सभी यूनियनों के नेतागण ने मध्य प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ मुसल्सल लड़ाई लड़ने की बात कही साथ ही साथ मणिपुर में महिलाओं के की घटिया कार्यवाही को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार वे चुप्पी साध कर महिलाओं के साथ हो रहे जुर्म को कत्लेआम को बढ़ावा दिया है जो केंद्र की सरकार बेहद संवेदनहीन सरकार है इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है सत्ता के भूख में इंसानियत को दफन कर दिया आखरि हम महिलाएँ मणिपुर की महिलाओं के दर्द को कैसे नही समझ सकते हैं। संयुक्त युनियनों की सभा में सभी युनियन की नेत्रियों ने अपने अपने विचार रखे।