जनजाति विश्वविद्यालय  अमरकंटक के प्रबंधन के खिलाफ विद्यार्थी परिषद ने सांैपा ज्ञापन
मंगे पूरी न होने पर दी अनिष्चितकालीन हड़ताल की धमकी
अमरकंटक।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक के छात्र विश्वविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ फिर हुए लामबंद विद्यार्थी परिषद के छात्र अपनी पास सूत्री मांगों के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए इससे पहला विश्वविद्यालय के विद्यार्थी परिषद की शाखा ने विश्वविद्यालय प्रबंधन को एक ज्ञापन दिया था अगर उनकी मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए उसकी पूर्ण नहीं किया जाएगा तो वह 18 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे उनकी पहली मांग है ओबीसी बॉयज और गर्ल्स हॉस्टल में कैमरा लगवाया जाए और वाई-फाई की भी सुविधा दी जाए दूसरी मांगे अमरकंटक पेंडा गोरिल्ला राजेंद्र ग्राम के छात्र-छात्राओं के लिए बस की सुविधा उपलब्ध कराई जाए तीसरी मांग है एलबी ए आर डी जीएस ओबीसी और गर्ल्स हॉस्टल की टेंडर हटाया जाए लाइब्रेरी का समय बढ़ाया जाए और बॉयज हॉस्टल का नर्मदा हॉस्टल खाली करवाया जाए और उन्हें लड़कों के लिए उपलब्ध कराया जाए इन्हें मांगों को लेकर विद्यार्थी परिषद आज से हड़ताल पर चला गया आज उन्होंने विश्वविद्यालय के में गेट के सामने धरना प्रदर्शन किया।
विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों को निम्न समस्याएं आ रही है 
विश्वविद्यालय में अध्ययन कर रहे काफी छात्र-छात्राओं को छात्रावास आवंटित नहीं श्हुआ है. छात्राओं के लिए सुरक्षा की दृष्टि से विश्वविद्यालय के बाहर आवास उचित नहीं है. छात्र हित का ध्यान रखते हुए सभी छात्र-छात्राओं को छात्रावास आवंटन किया जाए। विश्वविद्यालय में उपस्थित क्रिकेट ग्राउंड एवं स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का मेंटेनेंस एवं छात्र-छात्राओं के लिए विश्वविद्यालय में उपस्थित खेलकूद के पर्याप्त संसाधन विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध कराया जाए जिससे विद्यार्थियों का शारीरिक एवं मानसिक विकास हो। विश्वविद्यालय में उपस्थित जीजीबीएच, एनबीएच बाॅयज हाॅस्टल, एनबीएच गर्ल हाॅस्टल, आरडीएच इन विभिन्न छात्रावासों में वाटर कूलर का सुधार, वाटर गीजर, बाथरूम की साफ- सफाई, विद्यार्थियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आदि मूलभूत सुविधाओं का नियत मेंटेनेंस सुनिश्चित किया जाए। विश्वविद्यालय की 50 किलोमीटर के क्षेत्रफल के विद्यार्थियों को छात्रावास आवंटित नहीं किया जाता है, जिनकी संख्या अधिक है एवं आर्थिक रूप प्रतिदिन आवागमन के लिए समर्थ नहीं है. इन विद्यार्थियों के सुविधा के लिए विश्वविद्यालय में खड़ी दो बस का संचालन पुनः प्रारंभ किया जाए। नयी शिक्षा नीति के तहत लागु 60ः40 अनुपात में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन मोड में संचालित किया जाये एवं वीडियो वेबसाइट पर अपलोड किया जाये।