15 दिनों बाद टेंगराहा को छोड़ धनगवा के जंगल पहुंच हाथी ग्रामीणों को जागरूक रहने का आग्रह किया डीएफओ ने -रिपोर्ट@ शशिधर अग्रवाल अनूपपुर
अनूपपुर /  जिले में विगत 20 दिनों से आतंक मचा रहे एक नर हाथी वन परिक्षेत्र जैतहरी के गोबरी बीट अंतर्गत ठेकरहा के जंगल में बनाए अपने अस्थाई निवास स्थल को छोड़कर शनिवार की सुबह 15 किलोमीटर का सफर चुपचाप तरीके से ग्रामीण एवं वन विभाग के अधिकारी/कर्मचारियों को चकमा देते हुए अनूपपुर-बिलासपुर रेल लाइन एवं मुख्य मार्ग को पार करता हुआ वन परिक्षेत्र जैतहरी के धनगवा बीट अंतर्गत कक्ष क्र,आर,एफ,337-338 के मध्य कुसुमहाई के जंगल में पहुंचकर आराम कर रहा है जो देर रात किस ओर जाएगा यह देर रात होने पर ही पता चल सकेगा हाथी द्वारा गुरुवार एवं शुक्रवार तथा की रात जैतहरी-राजेंद्रग्राम मुख मार्ग,गोबरी ठेगरहा,पगना मुख्य मार्ग के मध्य विचरण करते हुए जैतहरी के वार्ड नंबर 15,गोबरी,ठेंगरहा,पगना,बेलियाकछरा,मुर्रा एवं कुशमहाई गांव  के ग्रामीणों के घरों,खेत,बांड़ी एवं खलिहानो में लगे रखें अनाजों को अपना आहार बनाया है हाथी के निरंतर विचरण पर दर्जनों गांव के लोग हाथी के भय के कारण रात-रात भर जागकर रात बिता रहे हैं वहीं वनविभाग के अधिकारी/कर्मचारी, प्रभावित क्षेत्र के सरपंच एवं जनप्रतिनिधियों ने हाथी के विचरण पर निरंतर नजर बनाए रखते हुए प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों को जागरूक करने में लगे हैं इस बीच अनूपपुर वन मंडलाधिकारी एस,के,प्रजापति ने हाथी विचरण क्षेत्र के ग्रामीणों से हाथी के विचरण दौरान दूरी बनाए रखने,गांव एवं जंगल से बाहर खेतों में अकेले घर बनाकर रह रहे ग्रामीणो से अंधेरा होने के पूर्व बीच गांव या पक्के मकान में शरण ले कर रहने तथा हाथी को प्रताड़ित न करने,हाथी के पीछे-पीछे न जाने की अपील की है, शनिवार की रात यह हाथी किस ओर विचरण करेगा यह देर रात होने पर ही पता चल सकेगा संभावित विचरण क्षेत्र के ग्राम पंचायत के सरपंच,जनप्रतिनिधियों एवं कर्मचारियों को ग्रामीणों को सतर्क रहने एवं अलग-थलग रह रहे ग्रामीणों को परिवार सहित सुरक्षित स्थान में रखे जाने के निर्देश डीएफओ द्वारा वन अधिकारियो को दिए गए हैं।