कब होगा पूरा गौशाला निर्माण का कार्य
कई वर्ष बीतने के बाद भी नहीं हो पाया गौशाला निर्माण कार्य

- रिर्पोटर@ दीपक कुमार गर्ग शहडोल

जयसिंहनगर। जहां मध्य प्रदेश शासन द्वारा ग्राम पंचायतो में लोगों के हितार्थ योजनाओं का क्रियान्वयन कराती है वहीं निचले स्तर की जिम्मेदारों द्वारा उन योजनाओं में पलीता लगाने का हर संभव प्रयास करते नजर आते हैं जी हां हम बात कर रहे हैं जनपद पंचायत जयसिहनगर अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत अमझोर की जहां पर शासन द्वारा गौशाला भवन निर्माण हेतु 37.85 लाख की राशि वर्ष 2020-21 में स्वीकृत की गई थी जो मनरेगा मद से था किन्तु तीन वर्ष बीतने के उपरांत भी गौशाला निर्माण का कार्य अधूरा ही पड़ा हुआ है जिस पर जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से भागते हुए दिख रहे हैं तभी तो आज दिनांक तक कार्य अधूरा ही पड़ा हुआ है यही नहीं बल्कि उस भवन में ना तो चहली बनाई गई है और ना ही उसकी छपाई कराई गई टीन सेड तो दूर-दूर तक दिखाई नहीं देता।
किसान हो रहे परेशान:- किसानो की सहूलियत के लिए शासन जहां तरह-तरह के खाद एवं बीज को उपलब्ध करवाने का प्रयास करती है किंतु जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण किसान अपने खेतों में अनाज को बचाने में लगातार असफल दिखाई दे रहे हैं शासन द्वारा गौशाला का निर्माण करा कर हो रहे फसल को नुकसान होने से बचने हेतु इस दिशा में कार्य किया जा रहा है किंतु गौशाला के आधे अधूरे निर्माण के कारण ग्राम पंचायत के किसान लगातार परेशान हो रहे हैं गौशाला इसलिए बनवाया जा रहा है कि आवारा पशुओं को वहां बांधकर नुकसान होने वाले फसलों को बचाया जा सके पर ग्राम पंचायत के साथ संबंधित जिम्मेदार शायद ग्रामीण जन की परेशानियों को समझने का प्रयास ही नहीं कर रहे तभी तो निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है।
 
रास्ते में लगता है खरिखा:- गौशाला का निर्माण कार्य पूर्ण ना होने से ग्रामीण क्षेत्र के आधे से ज्यादा मवेशी रास्ते में ही बने रहते हैं जिससे केवल ग्रामीण लोगों को ही नहीं बल्कि आने-जाने वाले लोगों को भी दुर्घटनाओं का शिकार होना पड़ सकता है पर ग्राम पंचायत अमझोर के जिम्मेदारों द्वारा इस विषय पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही और किया भी क्यों जाए इस लापरवाही के जवाबदार वे स्वयं है इन्हें अगर ग्रामीण जन की समस्या समझ में आती तो अभी तक गौशाला का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका होता जानवर हमेशा रास्ते में ही खरिखा लगाकर नही बैठे होते हैं।
शराबियों का बना अड्डा जहां पर मवेशियों को बांधना चाहिए वहां पर शराबियों द्वारा उसे मयखाना बना दिया गया है जब निरीक्षण के दौरान उस स्थल पर पहुंचा गया तो पाया गया कि शासन द्वारा इतनी राशि व्यय कर निर्माण कार्य अच्छे कार्यों के लिए किया गया पर लोगों द्वारा उस स्थल को शराब पीने का अड्डा बना दिया गया और जिन्हें इन विषयो पर संज्ञान लेना चाहिए वह अपना पल्ला झाड़ने नजर आ रहे हैं इसीलिए वहां पर बोतलों की झड़ी लगी हुई है।

            इनकी प्रतिक्रिया

चुनाव होने के कारण निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है और कई ऐसी बातें आ गई जिसके कारण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया अभी 15 लाख 44 हजार बचे हैं हमारे द्वारा टीन सेड लगावाया जाएगा।

केशव प्रसाद मिश्रा 
      सचिव 
ग्राम पंचायत अमझोर

फोन लगाने पर इनके द्वारा फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा गया।

हिमेंद्र पटले 
उपयंत्री