*करंजिया महाविद्यालय द्वारा कॉलेज चलो अभियान के तहत उत्कृष्ट विद्यालय के विद्यार्थियों को दी जानकारी*

*करंजिया महाविद्यालय द्वारा कॉलेज चलो अभियान के तहत उत्कृष्ट विद्यालय के विद्यार्थियों को दी जानकारी*
करंजिया / मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार शासकीय महाविद्यालय करंजिया द्वारा सत्र 2024-25 की प्रवेश प्रक्रिया के पहले कालेज चलो अभियान के अंतर्गत विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों से संपर्क स्थापित कर विद्यार्थियों को नियम अनुसार प्रवेश के लिए प्रेरित किया गया । कालेज स्टाफ ने 19 दिसंबर 2023 मंगलवार को कॉलेज चलो अभियान के तहत शासकीय उत्कृष्ट उमावि करंजिया मे पहुंचकर प्राचार्य एवं शिक्षकों से संपर्क स्थापित कर कक्षा 12वीं में अध्यनरत विद्यार्थियों को महाविद्यालय में प्रवेश की संपूर्ण जानकारी दी। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य श्री अजय राय, शासकीय महाविद्यालय करंजिया के प्रोफेसर शत्रु सूदन सिंह,प्रो श्रवण कुमार तिवारी, प्रो अजय सिंह, प्रो मो अनीश, डॉ प्रीति पाण्डेय आदि उपस्थित रहे | विद्यालय के सभागार में उपस्थित विद्यार्थियों को महाविद्यालय में प्रवेश से संबंधित जानकारी देते हुए प्रो अजय सिंह ने बताया की नई प्रणाली में प्री स्कूलिंग के साथ 12 साल की स्कूली शिक्षा और तीन साल की आंगनवाड़ी होगी. इसके तहत छात्रों की शुरुआती स्टेज की पढ़ाई के लिए तीन साली की प्री-प्राइमरी और पहली तथा दूसरी क्लास को रखा गया है. अगले स्टेज में तीसरी, चौथी और पाँचवी क्लास को रखा गया है. इसके बाद मिडिल स्कूल याना 6-8 कक्षा में सब्जेक्ट का इंट्रोडक्शन कराया जाएगा. सभी छात्र तीसरी कक्षा से परीक्षा देंगे. 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा पहले की तरह जारी रहेगी. लेकिन बच्चों के समग्र विकास करने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए इन्हें नया स्वरूप दिया जाएगा. एक नया राष्ट्रीय आकलन केंद्र 'परख (समग्र विकास के लिए कार्य-प्रदर्शन आकलन, समीक्षा और ज्ञान का विश्लेषण) एक मानक-निर्धारक निकाय के रूप में स्थापित किया जाएगा,
स्कूल पाठ्यक्रम के 10 + 2 ढांचे की जगह 5 + 3 + 3 + 4 का नया पाठयक्रम संरचना लागू किया जाएगा जो क्रमशः 3-8, 8-11, 11-14, और 14-18 उम्र के बच्चों के लिए है. इसमें अब तक दूर रखे गए 3-6 साल के बच्चों को स्कूली पाठ्यक्रम के तहत लाने का प्रावधान है, जिसे विश्व स्तर पर बच्चे के मानसिक विकास के लिए महत्वपूर्ण चरण के रूप में मान्यता दी गई है.
उच्च शिक्षा में कई बदलाव किए गए हैं. जो छात्र रिसर्च करना चाहते हैं उनके लिए चार साल का डिग्री प्रोग्राम होगा. जो लोग नौकरी में जाना चाहते हैं वो तीन साल का ही डिग्री प्रोग्राम करेंगे. लेकिन जो रिसर्च में जाना चाहते हैं वो एक साल के एमए (MA) के साथ चार साल के डिग्री प्रोग्राम के बाद सीधे पीएचडी (PhD) कर सकते हैं.
प्रोफेसर शत्रु सूदन व प्रो श्रवण कुमार तिवारी एवं डा प्रीति पांडे ने भी महाविद्यालय में प्रवेश से संबंधित जानकारी के साथ-साथ उच्च शिक्षा विभाग द्वारा , केंद्रीय योजनाएं, अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग विभाग आदि द्वारा संचालित प्रोत्साहन,मेधावी योजना,गांव की बेटी योजना, छात्रवृत्ति आदि प्रचलित योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।