कर्नाटक से बुलाए गए हाथी विशेषज्ञ नहीं भगा पा रहे हाथी, ग्रामीणों का जीवन अस्त ब्यस्त @ अजित मिश्रा

कर्नाटक से बुलाए गए हाथी विशेषज्ञ नहीं भगा पा रहे हाथी,
ग्रामीणों का जीवन अस्त ब्यस्त
@ अजित मिश्रा
दहशत में ग्रामीण विभाग हाथी विशेषज्ञ के आवभगत में मस्त
अनूपपुर:- पिछले 14 दिनों से जैतहरी वन क्षेत्र में छत्तीसगढ़ से आए दो हाथियों का तांडव जारी है इन दो हाथियों द्वारा दर्जनों ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ की उनकी फसलों को नष्ट कर रहे हैं लेकिन जिला प्रशासन और वन हमला द्वारा किए जा रहे सारे उपाय फेल हो रहे हैं सूत्रों की माने तो वन मंडल अधिकारी द्वारा बेंगलुरु से बुलाए गए हाथी विशेषज्ञ डॉक्टर रुद्र आदित्य ने भी विगत तीन दिनों से प्रयास करने के बाद अब अपने हाथ खड़े कर दिए हैं सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बोरिया बिस्तर समेट लिया है रूद्र को भोपाल ऊपर उच्च अधिकारियो का वरदान है हमारे वन विभाग के सूत्रों ने नाम ना प्रकाशित करने के शर्त पर बताया कि इस कार्य के लिए कथित हाथी विशेषज्ञ को इस कार्य के लिए 5000/ रूपये दिन का मिलना तय है सूत्र ने यह भी दावा किया है कि रुद्र आदित्य को एडिसनल पीसीसीएफ वन्यप्राणी भोपाल मे पदस्थ समिता रजौरा द्वारा भेजा गया है चुकी उच्च अधिकारी का वरद हस्त होने से उनकी बकायदा आओ भगत हो रही है...
*शेड्यूल एक का प्राणी है हाथी उसके साथ जबरजस्ती करना अपराध की श्रेणी में आता है*
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाथी विशेषज्ञ डॉक्टर रूद्र आदित्य के पास किसी प्रकार का वन विभाग मध्यप्रदेश शासन का अधिकार पत्र नहीं है इस बात की पुष्टि जैतहरी रेंज के वन परिक्षेत्र अधिकारी विवेक मिश्रा ने हमसे दूरभाष से चर्चा करते हुए स्वीकार किया कि कथित हाथी विशेषज्ञ डॉक्टर रुद्र आदित्य के हाथी के वर्तमान समस्या से निपटने में हमारी मदद कर रहे है पर इस कार्य के लिए किसी बड़े अधिकारी या विभाग का कोई पत्र मेरे पास नही है हमारे पुष्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कथित हाथी विशेषज्ञ द्वारा बे वजह वन्यप्राणी को खासकर हाथी जो की वन्यप्राणी अधिनियम में सेडुल 1 के श्रेणी में आते है ऐसे जानवर को सताना एवं उसके ऊपर किसी प्रकार का ज्वलंत पदार्थ फेकना ( पटाखे, आग ) यह गंभीर अपराध की श्रेणी मे आता है सुप्रीम कोर्ट की गाइड के अनुसार उस पर उपयोग नहीं कर सकते लेकिन हाथी विशेषज्ञ द्वारा यह हरकत किया जा रहा है और अब यह हाथी काफी क्रोध मे आ गए है,लगातार घरों को तोड़ने मे कोई कसर नहीं छोड़ रहे है
*विगत 14 दिनों से हाथी का तांडव जारी*
अनूपपुर जिले के जैतहरी एवं अनूपपुर वन परिक्षेत्र एवं थाना क्षेत्र में विगत तेरह दिनों से दो हाथी निरंतर विचरण कर रहे है जो रात भर ग्रामीणों के घरों,खेतों एवं बांड़ी में लगे,रखें विभिन्न प्रकार के अनाज,सब्जियों के साथ घरों में तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचा रहे है तथा दिन होते ही आसपास के जंगलों में विश्राम करने चले जाते है यह प्रक्रिया निरंतर चौदह दिनों से चलने के कारण हाथियों के विचरण से प्रभावित ग्रामों के ग्रामीण रात-रात जागरण कर अपने घर,खेत,वांड़ी,मोहल्ला एवं गांव को हाथियों से बचाने के लिए रात-रात भर जागकर काट रहे हैं वहीं ऐसे ग्रामों के ग्रामीणों के परिवारों के सदस्य जिसमें वृद्ध महिला,पुरुष,महिलाएं एवं बच्चे सम्मिलित रहते हैं रात-रात भर परेशान रहते हैं जिससे ग्रामीणों में व्यापक पैमाने पर असंतोष बढ़ता जा रहा है वहीं वन विभाग के द्वारा हाथियों की निगरानी पर निरंतर नजर रखते हुए आबादी वाले क्षेत्रों में हाथियों के प्रवेश को रोकने के लिए ग्रामीणों के साथ काम कर रहे हैं वन विभाग के बड़े अधिकारी स्थल का निरीक्षण करते हैं के समय ग्रामीण जन अपनी व्यथा सुनाते हुए हाथियों को जिले से बाहर कराए जाने की मांग कर रहे हैं जिस पर 14 दिनों के मध्य ग्रामीण को सिर्फ आश्वासन एवं विभिन्न प्रकार के प्रयोग होते ही दिख रहे हैं लेकिन किसी भी तरह का सार्थक पहल नहीं हो पा रहा है
इनका कहना है:-
मैं यहाँ समाज सेवा के लिए आया था मेरे पास सभी अधिकार पत्र है कोई भुगतान नही ले रहा हु आज नही कल आपको पेपर उपलब्ध करा दूंगा
डॉक्टर रुद्र आदित्य हाथी विशेषज्ञ
इनका कोई पेपर मेरे पास नही है आप उच्च अधिकारियों से बात करिये
विवेक मिश्रा वन परिक्षेत्र अधिकारी रेंज जैतहरी