इतिहास रच गया इस बार कलश स्थापना में, गुप्त में रहा प्रथम कलश,151कलश से, बड़े ही धूमधाम से मनाया गया कलश स्थापना, निकाली गई भव्य कलश शोभायात्रा,,रिपोर्ट@भारतेंद्र सिंह बैस अशोकनगर

इतिहास रच गया इस बार कलश स्थापना में, गुप्त में रहा प्रथम कलश,151कलश से, बड़े ही धूमधाम से मनाया गया कलश स्थापना, निकाली गई भव्य कलश शोभायात्रा
मुंगावली। संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम प्राभावक शिष्य और पूज्य आचार्य श्री समय सागर जी महराज के मंगल आशीर्वाद से नगर के सुधा सागर भवन बड़े ही धूमधाम के साथ पूज्य मुनि श्री सौम्य सागर जी महाराज पूज्य मुनि श्री निश्चल सागर जी महाराज वा पूज्य मुनि श्री निरापद सागर जी महाराज का कलश स्थापना कार्यक्रम मनाया गया जिसमे नगर के इतिहास में प्रथम बार प्रथम कलश 151कलश का गया वही दूसरा कलश 108 कलश का गया जिसको लेना का सौभाग्य नगर की समस्त महिला संगठन को मिला वही तीसरा 51कलश का गया जिसको लेने का सौभाग्य गुजरात के गांधीधाम के गोदिया परिवार को मिला वही चौथा कलश चंदामल,मुकेश सर्राफ परिवार वही पांचवा कलश अनिल, आकाश स्टोर परिवार को मिला इसके अलावा एक बड़े कलश लेने का सौभाग्य स्वर्गीय सुभाष चंद्र मोदी,के पुत्र मनीष मोदी,रितेश मोदी,राहुल मोदी को मिला है वही 51 कलश,31कलश 21कलश के कई नाम भी आए है जिन्हे मंगल कलश लेने का सौभाग्य मिला है वही इससे पहले सुबह स्टेशन रोड स्थित श्री चंद्र प्रभु जिनालय पर पूज्य मुनि श्री सौम्य सागर जी महाराज के मुखारबिंद से शांतिधारा की गई और दोपहर में एक भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गई जो नगर के प्रमुख मार्गो से होती हुई बापिस कार्यक्रम स्थल पर पहुंची जहां चातुर्मास कलश स्थापना कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे शामिल होने अशोकनगर, गुना,बहादरपुर,सागर,खुरई,भोपाल,टीकमगढ़, जतारा सहित महाराष्ट्र के जिंतुर और राजस्थान सहित पूरे देश श्रद्धालु शामिल रहे जिनका स्वागत सम्मान किया गया वही इस पूरे कार्यक्रम का संचालन ब्रह्मचारी अशोक भैया द्वारा किया गया।
*आचार्य भगवंत का सपना पूरा करना भक्तो का काम होता है- मुनि*
श्री सौम्य सागर जी महाराज
वही कलश स्थापना कार्यक्रम में मुनि श्री सौम्य सागर जी महाराज ने कहा की यहाँ पिछले 11साल से मंदिर का काम रुका है और यह काम आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के मंगल आशीर्वाद से हो रहा था जिसमे निर्यापक मुनि श्री सुधा सागर जी महराज के मार्गदर्शन में किया जाना था मगर यह काम चालू नही हो पा रहा था आचार्य भगवंत के सपने को पूरा करने का काम भक्तो का होता है आज जो नामचीन है वह नाम चिनते रह जाएंगे क्योंकि यहां ऐसे दान दातार है जो राशि तो देते है मगर वह अपना नाम नही चाहते है आप सभी सोच रहे होगे की यह पहला कलश किसने लिया है वह आपके नगर का ही है और वह कमेटी का नही है हम लोग केवल गुरु द्वारा बताए गए मार्ग के बारे में आपको बोल सकते है मगर उनके सपने को सच करना आप भक्तो का काम होता है जिसे अब सच करना है अब कल से काम पर लगना है और गुरुजी के सपने को जल्द साकार करना है आज लोगो की एक ही भावना है की मंदिर निर्माण जल्द पूरा हो वही कलश स्थापना पर निर्यापक मुनि श्री सुधा सागर जी महराज के जो आशीर्वाद दिया की यह कलश स्थापना मंगल मय हो उनके मंगल आशीर्वाद से देखा सम्पन हुआ।
*ऐतिहासिक रहा मुनि श्री का 21वा कलश स्थापना दिवस*
नगर में मंगल चातुर्मास कर रहे पूज्य मुनि श्री सौम्य सागर जी महाराज ससंघ का 21वा कलश स्थापना दिवस ऐतिहासिक रहा जहा रिकार्ड तोड़ते हुए कलशों की स्थापना की गई और इस कलश स्थापना में कई नाम ऐसे रहे जो गुप्त रहे लगभग 150परिवार ने अपनी अपनी तरफ से कलश स्थापित करने की घोषणा की गई जिससे अलग अलग कलश में रखे गए है वही अब नगर में बनने वाले स्टेशन रोड पर स्थित श्री चंद्र प्रभु जिनालय मंदिर का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा यह कार्य मुनि श्री सौम्य सागर जी महाराज के सानिध्य में किया जाएगा वही इस मौके पर तीनो महाराज का पाद प्रक्षालन का सौभाग्य नगर के देवेंद्र कुमार अर्पित कुमार सिंघई परिवार को मिला तथा इन्ही के द्धारा मुनि श्री को शास्त्र भेट करने का सौभाग्य भी मिला।