कलेक्टर अनूपपुर का आदेश खनिज माफिया मुदित श्रीवास्तव के लिए नही क्या,जारी है रॉयल्टी चोरी का खेल,हर साल करता है करोड़ों की रॉयल्टी चोरी - विजय उरमलिया की कलम से
अनूपपुर - अनूपपुर जिले में खनन माफिया मुदित श्रीवास्तव और खनिज विभाग का गठबंधन कलेक्टर के आदेश को धता बता रहा है ऐसा लग रहा है कि विगत दिनों कलेक्टर अनूपपुर द्वारा जारी आदेश की जिले में अवैध उत्खनन और परिवहन पर जिम्मेदार रोक लगाये लेकिन माफिया मुदित श्रीवास्तव के मामले में लगता है अनूपपुर कलेक्टर के आदेश नही हुए उसे अवैध परिवहन की खुली छूट दी गई है यही माना जा सकता है हाल ही में एक प्रेस नोट जारी कर बताया गया कि अवैध उत्खनन और परिवहन में लगभग 12 लाख रुपये की कार्यवाही की गई है पर ओढेरा से अनूपपुर शहर की तरफ खनन माफिया मुदित श्रीवास्त लगातार बिना रॉयल्टी पर्ची के अवैध परिवहन को अंजाम देते हुए करोड़ों रुपये की रॉयल्टी चोरी की जाती है तो क्या अनूपपुर कलेक्टर ने खनिज विभाग को निर्देशित किया है क्या कि माफिया मुदित श्रीवास्त पर कार्यवाही को अंजाम नही दिया जाना या फिर ये कहा जाये कि खनिज विभाग के लिए कलेक्टर का आदेश मुदित श्रीवास्तव के लिए नही है आज दिनांक 13/06/2025 को अनूपपुर के एक फर्म के नाम से गाड़ी नंबर MP65GA2131 की रॉयल्टी पर्ची सुबह 7 बज कर 29 मिनट में काटी गई और दूरी डाली गई 150 किलोमीटर और रूट डाला गया सकरा,अनूपपुर, जैतहरी हो कर मरवाही पेंड्रा रोड गौरेला अब सवाल यह है कि जब गिट्टी का खरीददार अनूपपुर का है तो दूरी 150 किलोमीटर कैसे डाली गई उसके पीछे का असल खेल जो है अब आप जानिए दरसल यही गाड़ी MP65GA2131डंफरिया गिट्टी लोड कर ओढेरा की तरफ से अनूपपुर की तरफ 10 बज कर 45 मिनट में दिखाई दी अब सवाल यह है कि जब गाड़ी मरवाही पेंड्रा गौरेला की तरफ सुबह 7:29 पर गई है तो फिर वही गाड़ी दूसरी बार गिट्टी लोड कर के अनूपपुर की तरफ जाती कैसे नजर आई और इतना ही नही कुछ ही मिनट बाद वही गाड़ी वापस ओढेरा की तरफ गई दरसल जो सुबह रॉयल्टी पर्ची काटी गई उसका दूरी अनूपपुर की 150 किलोमीटर बता कर 5 घंटे की रॉयल्टी पर्ची की अवधि बताई गई जबकि समय इसका 2 बज कर 30 मिनट तक वैध बताया गया और इसी टाइम पर इसी रॉयल्टी पर्ची से कई चक्कर अनूपपुर के आस पास गिट्टी गिरा कर रॉयल्टी की चोरी की गई,और माफिया मुदित श्रीवास्तव कई सालों से लागातर इस अवैध काम को अनवरत करते आ रहा है एक तरफ जहां रॉयल्टी चोरी से सड़क का जो पैसा जमा होता है हर चक्कर में उसकी चोरी,सरकार को मिलने वाले राजस्व की चोरी लगातार हार साल इस माफिया के द्वारा करोडों रुपये की तो सिर्फ रॉयल्टी चोरी की वारदात को अंजाम दिया जा रहा है पर जिले का खनिज विभाग चंद ट्रैक्टरों पर कार्यवाही कर ऊनी पीठ थपथपा लेता है पर जब माफिया मुदित श्रीवास्तव पर कार्यवाही का मामला आता है तो जैसे सांप सूंघ जाता है सूत्रों की माने तो खनिज विभाग का मुदित श्रीवास्तव से जो गठबंधन है किसी से छिपा नही है जिसके चलते खनिज विभाग के जिम्मेदारों ने इसको अवैध कामो की खुली छूट दे रखी है