डायनामिक डील्स मार्केटिंग कंपनी की पहुंच सत्ता के राजनैतिक गलियारे तक,सत्ता से क्या गठबंधन डीडीएम मार्केटिंग का - विजय उरमलिया की कलम से

डायनामिक डील्स मार्केटिंग कंपनी की पहुंच सत्ता के राजनैतिक गलियारे तक,सत्ता से क्या गठबंधन डीडीएम मार्केटिंग का
अनूपपुर - आज उस वक्त दिमाग चकरा गया जब जिला मुख्यालय में फर्जी तरीके से ट्रेंनिग के नाम पर युवाओं के साथ छलावा करने वाली कंपनी जो कि खुदरा व्यापार के लिए रजिस्टर्ड है उसके सिफारिश के लिए भाजपा जिला अध्यक्ष रामदासपुरी का फोन आया दरसल आज सुबह सड़क से गुजर रहे कुछ लड़कों से हमने जानकारी लेने का प्रयास किया और उनकी डायरी ले कर पढ़ा तो अजीबो गरीब स्थिति समझ मे आई जिसका खुलासा भी हम करेंगे बहरहाल आज उस बात की चर्चा करते है जो इसमे सबसे चौकाने वाला मामला सामने आया जैसे ही हमने लड़के से पूंछतांछ कर निकले चंद मिनटों में भाजपा जिला अध्यक्ष रामदासपुरी जी की घंटी हमारे मोबाइल पर बजी अनायास अचानक जिला अध्यक्ष की घंटी बजी समझ ने में देर नही लगी बहरहाल बात के दौरान जिला अध्यक्ष ने कहा कि अपने बीच का लड़का है अनिल केवट सेमरा निवासी देखे रहियेगा हालांकि बातचीत के दौरान ये समझ आया कि इस खुदरा कंपनी को चलाने के लिए बतौर निदेशक बताये जाने वाले अनिल केवट ने सत्ता पक्ष के जिला अध्यक्ष को भी गुमराह किया चूंकि उन्हें उसके द्वारा कंपनी के हकीकत शायद बताई ही नही और और किसी के माध्यम से उनसे फोन करवा दिया हालांकि जिला अध्यक्ष ने ऐसा कुछ नही कहा जब हमने उनको इस कंपनी के बारे में हकीकत बताई पर सवाल यह उठता है फर्जी तरीके से ट्रेनिंग सेंटर चलाने वाला अनिल केवट अब सत्ता पक्ष को गुमराह कर अपने पक्ष में सपोर्ट करवाने का जुगाड़ बना रहा है,अब तो सवाल यह भी उतना लाजमी है कि जिस कंपनी के लिए भाजपा जिला अध्यक्ष का फोन आया है उस कंपनी के खिलाफ जिला प्रशासन कोई कार्यवाही कर पायेगा भी या नही चूंकि जब सत्ता पक्ष का दखलंदाजी हो जायेगी तो जिला प्रशासन और पुलिस के लिए कार्यवाही किसी चुनौती से कम नही है,बहरहाल जो भी हो डायनामिक डील्स मार्केटिंग कंपनी जो कि रायपुर में खुदरा व्यापार के लिए रजिस्टर्ड है बाकायदा यहां ट्रेनिंग सेंटर चलाते हुए रोजगार के नाम पर बेरोजगारों को ठगने में जुटी हुई है,अनूपपुर आदिवासी बाहुल्य जिला है ग्रामीण क्षेत्रों में इस कंपनी के द्वारा क्या किया का रहा है इसका भी कोई रता पता नही है चूंकि इतनी संख्या में बच्चों की मौजूदगी के भी साबित करती है कि इनका काम महज ट्रेनिंग सेंटर चलना नही है इसके पीछे कुछ न कुछ बड़ा खेल चल रहा है ,लगातार खबरे छपने के बाद भी प्रशासन का न जागना ये बताता है कि कहीं न कहीं यहां भी सत्ता पक्ष के किसी नेता के फोन की घंटी बज चुकी होगी,
इनका कहना है
मेरे गांव में ही अनिल केवट की रिश्तेदारी है उन्ही के मार्फत मुझे जानकारी दी गई थी पर मुझे ये जानकारी नही है कि दरसल कंपनी करती क्या है और हमारे जिले में भी रोजगार की आवश्यकता है अगर ऐसी कोई कंपनी चल रही है तो पहली प्राथमिकता लोकल को देनी चाहिए लोकल लोगों को रोजगार मिलना चाहिए
रामदासपुरी जिला अध्यक्ष भाजपा