अतर्रा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे कुत्तों को जलवा कायम, डाक्टर साहब नहीं रहते रात्रि मे,, रिपोर्ट @ अजय कुमार यादव बाँदा

अतर्रा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे कुत्तों को जलवा कायम,
डाक्टर साहब नहीं रहते रात्रि मे
अतर्रा /बांदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के महिला वार्ड में कुत्तों का डेरा जमा हुआ है, CHC कर्मचारियों की लापरवाही का नतीजा है, जहां पर मरीज भर्ती रहते हैं वहां कुत्तों का अड्डा,कुत्तों के इन्फेक्शन से गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को खतरा. मंडरा रहा मरीजों को नहीं मिल पा रही अतर्रा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कि नहीं मिलती सुविधा यदि वहां के स्टाफ से कुछ बोला जाता है तो लड़ाई झगड़ा करने पर आमादा होते हैं गभर्वती महिलाओं को दिक्कतो का सामना करना पड़ता है रात्रि के डाक्टर साहब नहीं रहते गंदगी का अंबार लगा रहता है मरीज के साथ जाने वाले मुंह बांध कर रात को काटते हैं
सूत्र यदि रात्रि में डेलिवरी कराने जाते हैं तो सुविधा शुल्क 1500,से 2500 रुपये कि मांगते हैं नहीं बांदा रिफर कर दिया जाता है और बाहर मेडिकल से पूरी दवा मंगाई जाती है इसके बाद दवा को वापस मेडिकल भेज दिया जाता है जिसमें ज्यादा कमीशन तैयार हो जाता है