केन्द्रीय विद्यालय अनूपपुर में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया राष्ट्रीय युवा दिवस

केन्द्रीय विद्यालय अनूपपुर में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया राष्ट्रीय युवा दिवस
आज दिनांक 12/01/2024 को केन्द्रीय विद्यालय अनूपपुर में स्वामी विवेकानंद की जयंती, राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में गरिमा मय माहौल में मनाई गयी. कार्यक्रम के अन्तर्गत सूर्य नमस्कार, योगासन एवं ध्यान गतिविधियाँ जिसमे विद्यार्थियों के विचार, परीक्षा पे चर्चा के तहत अनेक ड्राइंग एवं पेंटिंग कंपटीशन, छात्र एंकर दवारा छात्र अतिथ का साक्षात्कार, संगीत प्रतियोगिता, आदि कार्यक्रमों का आयोजन बृहद्र रूप से किया गया।
प्रार्थना सभा के उपरांत सर्वप्रथम प्राचार्य महोदय ने दीप प्रज्ज्वलन कर स्वामी विवेकानंद के छाया चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके पश्चात विद्यालय के समस्त शिक्षकों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके उपरांत प्रधानमंत्री जी के कार्यक्रम 'परीक्षा पे चर्चा' से किस तरह विद्यार्थी लाभान्वित हुए हैं इस विषय पर कुमारी अनिका पांडे, शौर्य सिंह राठौड़, निष्ठा सिंह, दीपांजलि गुप्ता, मान्या त्रिपाठी एवं सानवी पांडे, ने अपने विचार रखें, और उन्होंने बताया कि जब से उन्होंने प्रधानमंत्री जी के इस कार्यक्रम को देखा, सुना, सोचा और समझा, तब से वे परीक्षा से भयभीत नहीं होते बल्कि उसे त्यौहार की तरह मानते हैं। एंकर एवं गेस्ट कार्यक्रम में कुमारी यशस्वी मिश्रा एवं कुमारी समृद्धि गुप्ता ने भाग लिया तथा स्वामी विवेकानंद के विचारों एवं परीक्षा के बारे में विचारों का आदान प्रदान किया विद्यालय के समस्त विद्यार्थियों ने सूर्य नमस्कार तथा ध्यान का अभ्यास किया. कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्राचार्य श्री देवेन्द्र कुमार तिवारी ने स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए, स्वामी जी को 'वेदांत दर्शन' का पुरोधा पुरुष बताया. उन्होंने स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण प्रेरक प्रसंगों को विद्यार्थिओं के साथ साझा करते हुए विद्यार्थिओं को शरीर बलिष्ठ, मन को एकाय तथा बुद्धि को तीक्ष्ण बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि इस प्रकार से समर्थ युवा ही विकसित भारत के स्वप्न को साकार करेंगे। श्री तिवारी ने विद्यार्थिओं से शांति, अनुशाशन, सम्पर्पण एवं लगन के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करने का आग्रह हुए विद्यार्थिओं से कहा कि इस तरह के सद्गुणों को धारण करके आचरण करने में ही स्वामी जी की जतंती मनाने की सार्थकता है. कार्यक्रम के अंत में श्रीमती वेलेंटाइन डेविडसन ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।