*क्या शिक्षा विभाग मे योग्यता से तय होंगे प्रभार या जुगाड़ रहेगा भारी सबसे बड़ा सवाल*

शहडोल जयसिंहनगर। सीएम राइज विद्यालय के अतिरिक्त प्रभार के साथ बिना योग्यता के प्राचार्य पर बने रहने का यह खेल आखिर कब तक खेला जाएगा इस खेल से पर्दा भी उठेगा या फिर लोगों को इसी तरह शिक्षा विभाग द्वारा गुमराह करने का काम किया जाएगा शिक्षा विभाग द्वारा बिना B.Ed के प्राचार्य पद पर किसी व्यक्ति को बिठाना सम्पूर्ण शिक्षा विभाग को संदेह के घेरे में डालने का यह प्रयास शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को शोभा नहीं देता जहां जानकारो की माने तो वही व्यक्ति प्राचार्य पद के लिए योग्य होता है जो B.Ed की उपाधि रखता हो क्या शिक्षा विभाग के अधिकारियों को यह भी पता नहीं या फिर उनके बीच कोई और भी झोल है।


*शिक्षा विभाग गलतियां को दे रहा बढ़ावा*


 जिस शिक्षा विभाग अंतर्गत छात्रों को इसीलिए पढ़ाया जाता है कि उन्हें सही और गलत का अंतर समझ में आए एवं विद्यालय में यह भी सीखाने का प्रयास किया जाता है कि हमेशा सच का साथ देना चाहिए पर जब शिक्षा विभाग ही संदेह के घेरे में हो तो छात्रों को यह पाठ पढ़ाएगा कौन जहां एक से लेकर लगातार सीढ़ी दर सीढी योग्यता का स्तर पूर्व से ही निर्धारित है व यह भी बताता है की पढ़ाई अनुसार कौन सी योग्यता रखता है किंतु शिक्षा विभाग द्वारा राजीव तिवारी जैसे व्यक्ति को प्राचार्य बनाकर उस स्तर को भी दरकिनार करने का प्रयास किया जा रहा है यह गलती शिक्षा विभाग अनजाने में कर रही है या फिर जानबूझकर जिसके कारण योग्यता नजर अंदाज हो रही है जब शिक्षा विभाग में  योग्यता एवं शिक्षा को महत्व नहीं दिया जाएगा तो फिर आम जनमानस के बीच इसकी पहचान कैसे होगी।


*योग्यता से परे और कितने प्राचार्य*


शिक्षा विभाग अंतर्गत कई विकासखंड बटे हुए हैं पर यह कैसे ढूंढा जाए कि किन-किन विकास खण्डों मे शिक्षा विभाग द्वारा राजीव तिवारी जो D.Ed की योग्यता रखने वाले लोगों को प्राचार्य पद से नवाजा जा रहा है जबकि ऐसा नहीं है कि उन विकासखंडो में इनसे ज्यादा योग्यता रखने वाले शिक्षक नहीं है पर कौन सा जादू चल रहा है जो B.Ed को महत्व न देकर बल्कि D.Ed व्यक्ति को सर्वे सर्वे बनाने में लगा हुआ है जबकि इसके बारे में तो शिक्षा विभाग को ज्यादा पता होना चाहिए।


*नियम पर पकड़ भारी*


एक ही व्यक्ति को बिना उस योग्यता के जिसके बिना प्राचार्य पद मिलना आसान नहीं होता उसके बाद भी राजीव तिवारी जैसे शिक्षक को तीन-तीन पदों का प्रभार देना वह भी विकासखंड में उनसे योग्य एवं पुराने शिक्षकों के होते हुए यह साबित कर रहा है कि उनकी पकड़ भारी है अगर पकड़ का यही खेल चलता रहा तो लोगों के कहना अनुसार वह समय दूर नहीं जब प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर के शिक्षको को विकासखंड अंतर्गत सर्वोच्च पद पर बैठने में समय लगेगा शिक्षा विभाग आखिर शिक्षा के स्तर को लोगों की नजरों में गिराने पर क्यों तुला हुआ है।

*शिक्षा का मंदिर बना जुगाढ का अड्डा*


 जिसे शिक्षा का मंदिर कहा जाता है जब इस जगह भी जुगाढ चलने लगे तो लोगों को सोचने पर विवश होना ही पड़ता है क्योंकि यह साबित करने के लिए एक साथ कई प्रभार ही बहुत है तभी तो राजीव तिवारी से योग्य शिक्षक कई वर्षों में जहां पर है वहीं पड़े हुए हैं और राजीव तिवारी महज कुछ ही समय में एक साथ कई प्रभार के मालिक बन बैठे हैं यह जुगाड़ नहीं तो और क्या है।


*प्राचार्य की दौड़ में शिक्षक*

पूर्व के समय में यह देखा जाता था कि शिक्षक अपनी लगन बच्चों को पढ़ाने एवं मेहनत करने में लगाते हुए समयानुसार व योग्यता अनुसार ही प्राचार्य पद के लिए अपने आप को योग समझता था एवं उसे प्राचार्य पद से सम्मानित भी किया जाता था किंतु अब ऐसा नहीं है आखिर क्या बात है कि हर शिक्षक प्राचार्य बनने में लगा हुआ है शिक्षा का मतलब होता है संस्कार जब शिक्षकों में ही संस्कार नहीं रह जाएगा तो लोग इसे ढूंढेंगे कहां संस्कार का तात्पर्य है कि जो हमसे योग्य है उन्हें पहले महत्व देना पर इस प्राचार्य पद के दौड़ ने उसे भी पीछे छोड़ दिया


*प्रशासनिक प्रतिक्रिया*

इस विषय के सम्बन्ध मे बात करने के लिए सम्बंधित अधिकारी से फ़ोन के माध्यम से संपर्क किया गया तो फ़ोन उठाना सही नहीं समझा

   *उषा अजय ठाकुर*
  *सम्भागीय उपायुक्त*

प्रभारी प्राचार्य नियुक्ति अपर कलेक्टर साहब के द्वारा किया गया है यह मेरे अधिकार क्षेत्र मे नहीं आता है 

      *आनन्द राय सिन्हा*
           *उपायुक्त*


इस विषय मे जब बात करने के लिए फ़ोन के माध्यम से सम्पर्क किया गया तो साहब का फ़ोन नहीं उठा 

      *जे.पी.नापित*
*सहायक संचालक शहडोल*


इस विषय मे जब शिक्षा विभाग के विकासखंड अधिकारी से बात किया गया तो उनका कहना था की प्रभार हो भी सकता है और जिनको वर्तमान मे नियुक्त किया गया है उनके पास डी.एड की योग्यता है बी.एड की योग्यता नहीं है 

       *राजेंद्र तिवारी*
 *बी.ई.ओ जयसिंहनगर*