पौनी अवैध उत्खनन में श्यामवती की मौत का जिम्मेदार कौन,बिना पोस्टमार्डम के हुआ अंतिम संस्कार,अंतिम संस्कार के साथ दफन हो गई महिला के मौत की कहानी,अवैध खदान अज्जू जायसवाल की - विजय उरमलिया की कलम से

पौनी अवैध उत्खनन में श्यामवती की मौत का जिम्मेदार कौन,बिना पोस्टमार्डम के हुआ अंतिम संस्कार,अंतिम संस्कार के साथ दफन हो गई महिला के मौत की कहानी,अवैध खदान अज्जू जायसवाल की
अनूपपुर - अवैध उत्खनन ने निगल ली एक और ज़िन्दगी प्रशासन से लेकर पुलिस को कानो कान नही लगी भनक,दरसल मामला थाना करनपठार अंतर्गत ग्राम पाँचयत पौनी का है जहां अवैध खनन माफिया अजय जायसवाल उर्फ अज्जू की पौनी में संचालित अवैध खदान ने एक ज़िन्दगी को निगल लिया,पौनी निवासी कोठारी सिंह की पत्नी अज्जू जायसवाल के अवैध पत्थर खदान पर उत्खनन का काम करती थी और इसी दरमियान तीन मार्च को खदान धसकी और कोठारी सिंह की पत्नी श्यामवती सिंह की दबने से मौत हो गई खनन माफिया अजय जायसवाल उर्फ अज्जू ने इस पूरे मामले को ऐसा दबाया की मृतक की जानकरी न तो सम्बंधित थाने को दी गई और न ही खनिज विभाग,पुलिस विभाग,जिला प्रशासन को इसकी भनक लगी और मृतक का अंतिम संस्कार करवा दिया गया,अब सवाल यह उठता है किं आख़िर खनन माफिया की अगर ये वैध खदान थी और घटना हो गई थी तो बाकायदा इसकी सूचना सम्बंधित थाने को देनी चाहिए थी और मृतक का पोस्टरमार्ड होना चाहिए था,पर खनन माफिया अजय जायसवाल ने इस पूरे मामले को महिला के अंतिम संस्कार के साथ दफन कर दिया,इस पूरे मामले में खनन माफिया अजय जायसवाल उर्फ अज्जू के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के साथ साथ मौत को छुपाने ,सबूत मिटाने का मामला पंजीबद्ध कर क्रेशर को तत्काल प्रभाव से शील करना चाहिए,अब देखना यह है कि इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान,जिला कलेक्टर हर्षल पंचोली आखिर इस महिला की मौत पर क्या उसको न्याय दिला पाते है या फिर ये खनन माफिया इस पूरे मामले को दफन करने में कामयाब साबित होता है हालांकि खनन माफिया अज्जू जायसवाल ने महिला का अंतिम संस्कार कराते ही महिला की मौत को भी दफन कर दिया था तभी तो तीन मार्च की मौत की खबर आज हम तक पहुंची ,मिली जानकारी के मुताबिक कोठारी सिंह मृतक का पति जिसके जमीन पर उन्ही से खनन माफिया अज्जू अवैध उत्खनन करवाता था और यहां का अवैध पत्थर अजय जायसवाल के क्रेशर में पहुंचता था घटना की जानकारी लगते ही माफिया ने अपने चंद पैसों का लालच दे कर परिवार को पुलिस तक भी नही जाने दिया और न ही इस मामले की भनक किसी प्रशासनिक अमले को लगने दी,और सबसे बड़ी बात यह है कि उक्त परिवार को आकस्मिक मौत में मिलने वाली राशि भी उस परिवार को मुहैया नही हो पायेगी चूंकि मृतिका का अंतिम संस्कार बिना किसी सूचना और पोस्टमार्डम के कर दिया गया
इनका कहना है
आपके माध्यम से जानकारी प्राप्त हुआ है मैं दिखवा कर जो भी दोषी पाये जाएंगे कार्यवाही की जायेगी
मोती उर रहमान पुलिस अधीक्षक अनूपपुर