खनन माफिया तिवारी बंधु से अलान का चीरहरण कब होगा बंद, लगातार दे रहे रेत के अवैध उत्खनन परिवहन को अंजाम - विजय उरमलिया की कलम से

खनन माफिया तिवारी बंधु से अलान का चीरहरण कब होगा बंद, लगातार दे रहे रेत के अवैध उत्खनन परिवहन को अंजाम - विजय उरमलिया की कलम से
अनूपपुर - जिले के व्यंकटनगर में तिवारी बंधुओं का माफिया राज चरम पर है और तिवारी बंधु अशोक तिवारी,रजनीश तिवारी दोनों भाई मिल कर अलान नदी का चीरहरण लगातार कर रहे है व्यंकटनगर के महेशा टोला के पास खोडरी के किशोरा टोला में मौजूद अलान नदी में इन दोनों भाइयों का कहर अनवरत जारी है और लगातार ये दोनों भाई रेत के अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे है और प्रशासन और खनिज विभाग किस दबाव में इन पर कार्यवाही नही करते समझ के परे है
अपराधों की बड़ी खेप फिर भी जिला बदर नही
इन तिवारी बंधुओं पर अपराधों की एक लंबी फेहरिस्त है पर पता नही प्रशासन और पुलिस इनको अभय दान क्यों दे रखे है जबकि अवैध खनन का आतंक फैलाने वाले तिवारी बंधुओं ने चोरी के साथ साथ मारपीट की कई वारदातों को अंजाम दे चुके है हाल ही में व्यंकटनगर चौकी में फिर एक मामला पंजीबद्ध तो हुआ पर कार्यवाही के नाम पर ढाक के तीन पात हाल ही में 2025 में कुछ लोगों के साथ अवैध उत्खनन परिवहन पर मारपीट के मामले में इन तिवारी बंधुओं पर धारा 303(2),62,296,115(2),351(2),3(5) के तहत मामला पंजीबद्ध हुआ था उसमें भी जांच के नाम पर खाना पूर्ति इसके पहले इन तिवारी बंधुओं पर व्यंकटनगर चौंकी में धारा 379,414 एवं 4/21 खान एवं खनिज अधिनियम के तीन प्रकरण दर्ज है,इसके अलावा अशोक तिवारी के खिलाफ स्तगासा क्रमांक 25/22 के तहत धारा 110 का प्रकरण भी पंजीबद्ध है साथ ही पुलिस ने अशोक तिवारी के विरुद्ध सात बार 107,16 की कार्यवाही की जा चुकी है एवं रजनीश तिवारी उर्फ गोलू के खिलाफ़ अपराध क्रमांक 237/21 एवं 311/21व 217/22 में भारतीय दंड सहिंता की धारा 379,414,4/21 खान एवं खनिज अधिनियम के तहत कई प्रकरण पंजीबद्ध है ,पुलिस के द्वारा 110 की कार्यवाही भी अपराध क्रमांक 26/11 के तहत की जा चुकी है साथ इस माफिया के खिलाफ 107,16 के प्रकरण भी दर्ज होने के बावजूद इनका सलाखों तक न पहुंचना बताता है कि इनका रसूख सत्ता के गलियारे तक कितना हावी है !
पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान ने माफ़ियाओं पर नकेल कसने की बात कही पर ये माफिया कब रुकेंगे या कब सलाखों के पीछे पहुंचेंगे अब भी सवाल बना हुआ है
सूत्र हमारे बता रहे है कि इस खनन माफिया का पुलिस अधीक्षक कार्यालय के किसी अधिकारी से सीधी बातचीत होने की वजह से व्यंकटनगर पुलिस हाँथ डालने से कतरा रही है वही शक जताया जा रहा है कि व्यंकटनगर चौकी में पुलिस की गाड़ी चलाने वाला खुद जब भी कार्यवाही होनी होती है बात लीक कर देता है जिसकी वजह से ये माफिया पुलिस की राडार से बाहर होने में कामयाब हो जाते है