अनूपपुर खनिज विभाग के संरक्षण में करोड़ों का अवैध रेत बिक गया,विभाग नही कर सका खदान का सीमांकन - विजय उरमलिया की कलम से

अनूपपुर खनिज विभाग के संरक्षण में करोड़ों का अवैध रेत बिक गया,विभाग नही कर सका खदान का सीमांकन
अनूपपुर - ईमानदारी की ढींगे पीटने वाले खनिज विभाग की पोल एक बार फिर खुल गई जिले में रेत के नये ठेके के बाद से खनिज विभाग मानो अमन सेठी की नौकरी करने लगा है दरसल जिले में रेत खदानों का ठेका होने के बाद आज से लगभग बीस दिन पहले कोतमा के चंगेरी खदान को रेत ठेकेदार द्वारा चालू कर दिया गया साथ ही व्यंकटनगर की खदान को भी चालू कर के लगातार पिछले बीस दिनों से लगातार रेत का उत्खनन किया जा रहा है,पर इन स्वीकृत खदानों का सीमांकन तक नही हुआ कि रेत आखिर निकालनी कहाँ से है जबकि चंगेरी खदान के खसरा क्रमांक 1437 में रेत खदान स्वीकृत हुई है पर बिना सीमांकन किये करोड़ों की रेत की निकासी कर ली गई तो दूसरी तरफ व्यंकटनगर के खसरा क्रमांक 178,1033,1040 में रेत खदान स्वीकृत है पर खनिज विभाग की मिलीभगत के चलते रेत ठेकेदार माफियागिरी में उतारू हो कर बिना सीमांकन के रेत का अवैध तरीके से उत्खनन कर रहा है और विभाग की मिली भगत तब सामने आती है जब बिना सीमांकन किये बाकायदा इन रेत खदानों की ईटीपी जारी की जाने लगी,आप को बता दें अमन सेठी(पुरुषोत्तम झा) के साथ कई रेत चोरों का सिंडिकेट काम कर रहा है
लक्ष्मण जादौन धन लक्ष्मी के तरफ से जीएम है और विनोद अग्रवाल अमन सेठी के तरफ से जीएम है सभी कटनी से बैठ कर कर रहे है गोरख धंधे का संचालन और अनूपपुर जिले का खनिज विभाग जो ईमानदारी की ढींगे पीटता रहता है इन माफियाओं के आगे नतमस्तक नजर आ रहा है मिली जानकारी के मुताबिक बीती रात खनिज विभाग की टीम रेत खदान तो गई पर कार्यवाही करना मुनासिब नही समझा या फिर ये कहिये की खनिज माफिया को संरक्षण देने खदान का दौरा करने विभाग गया था