वेतन सरकार से चाकरी जेठू सेठ की,बिक गया जिला खनिज विभाग अनूपपुर,खनिज माफियाओं को बचाने में जुटा ईमानदारी की ढींगे पीटने वाला भृष्ट खनिज विभाग 
अनूपपुर - अनूपपुर जिला खनिज विभाग की सच्चाई सामने तब आई जब सीएम हेल्प लाइन की शिकायतों पर विभाग ने जाँच करने की बात तो कही पर जाँच में कोतमा क्षेत्र के डोंगरिया खुर्द जाँच करने पहुंची खनिज निरीक्षक ईशा वर्मा ने मधु अग्रवाल की खदान पहुँचते ही कहा की ये मेरी खदान है वैध है आप लोग पंचनामे में दस्तखत करिये जब शिकायत कर्ताओं ने दस्तखत करने से मना किया तो मैडम आग बबूला हो गई और बत्तमीजी में उतारते हुए कहा की जब चाहूँ सीएम हेल्प लाइन बंद करवा दूंगी और उसके बाद जाँच अधर में लटक गई उसके पीछे की वजह यह है की इन मैडम के खिलाफ ही अवैध उत्खनन करने वालों को संरक्षण देने का आरोप है  इनसे सही जाँच की उम्मीद कैसे की जा सकती है जबकि शिकायत में साफ़ लिखा गया है की इनको जाँच से दूर रखा जाए तो वही पुष्पराजगढ़ खनिज निरीक्षक ने जब पुष्पराजगढ़ के पर्सेलकला में 467,468 खसरा नंबर की करने पहुंची तो जाँच के नाम पर फेंसिंग देख कर खाना पूर्ति की जबकि खदान की गहराई 6 मीटर से अधिक है और यह खदान पिछले कई वर्षों से बंद पड़ी हुई है चूँकि खनन माफिया जेठू सेठ उर्फ़ जयप्रकश शिवदसानी ने इन खसरा नंबर के पैरलल में स्वीकृत खदानों से अधिक बड़ी दो खदाने खोद रखी है और जब इन खदानों की स्वीकृति नहीं है तो यहाँ ब्लास्टिंग किनके परमिशन से होती है वही इन अवैध खदानों की जाँच में पाया गया की एक अवैध खदान की लम्बाई 70 मीटर चौड़ाई 73 मीटर के साथ साथ दस मीटर से ऊपर गहरी है तो दूसरी अवैध खदान की लंबाई 100 मीटर चौड़ाई 70 मीटर है जबकि गहराई छै मीटर से अधिक है पर बिके हुए खनिज अमले ने यहाँ भी चालाँकि करते हुए खनिज सर्वेयर अमित वर्मा ने पंचनामे में इन अवैध खदानों की लम्बाई चौड़ाई गहराई कम लिखते हुए खनिज माफिया को बचने का प्रयास तो किया ही साथ ही यह साबित कर दिया की जिले का पूरा खनिज अमला खनिज माफियाओं के आगे बिका हुआ है और विभाग वही करेगा जो खनन माफिया चाहेंगे 
और कम से कम इस जाँच के बाद तो यह तय हो गया की खनन माफियाओं और खनिज विभाग के सांठ गाँठ से जिले की खनिज सम्पदा को लूटने का काम चल रहा है और इसके एवज में खनन माफिया अच्छी खासी रकम इन जिम्मेदारों को बतौर चढ़ोत्तरी देते है अगर ऐसा नहीं होता तो खनिज सर्वेयर जाँच में पाई गई अवैध उत्खनन की लम्बाई चौड़ाई कम पंचनामा में क्यों लिखा  इससे सब कुछ साफ़ हो जाता है 
जिला कलेक्टर कब देंगे ध्यान 
अनूपपुर जिले में वर्तमानमे खनिज विभाग से ये उम्मीद करना बेमानी होगी कि इनके द्वारा खनिज माफ़ियायों के खिलाफ कोई सही और ईमानदारी से कार्यवाही होगी चूंकि जांच करने जाने वाले खनिज विभाग के माफ़ियायों से इस कदर गठजोड़ है कि उनकी काली करतूतें इन्हें दिखाई ही नही देती और इनको भी पता है कि कहां क्या क्या गलती है और किस कदर खनिज माफिया अनूपपुर को बंजर बनाने में आमादा है पर जब पूरा विभाग ही इन माफ़ियायों की कठपुतली बन चुका हो तो भला इनसे उम्मीद ही क्या की जा सकती है अब एक मात्र उम्मीद जिला कलेक्टर आशीष वशिष्ट से है कि जिले भर में स्वीकृत अस्वीकृत या अवैध खदानों की जांच के लिए तहदीलदार,एसडीएम,वन विभाग,पुलिस की एक टीम गठित करवा कर इन सभी खदानों की जांच करवाई जाये जांच से साफ हो जायेगा कि इस जिले को लूटने में जितने माफिया सक्रिय है उतना ही जिले का खनिज विभाग इसमे शामिल है अब देखना यह होगा कि जिला कलेक्टर कब इस ओर ध्यान देते है और इसकी जांच करवा दूध का दूध और पानी का पानी करते है