विवादों से घिरी भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा, मंत्री और स्थानीय नेताओं की तस्वीर से परहेज ?
नेताओं का मंत्री बिसाहू लाल सिंह से मोह भंग य फिर कर रहे किनारा                       

साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद चंद माहों में ही भाजपा के सूरमा व नेता कार्यकर्ताओं को खोजने लगे थे लेकिन जिन्होंने थाली में परोस कर भाजपा को सत्ता दी ऐसे बिसाहू लाल सिंह जो कि वर्तमान भाजपा सरकार में खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के मंत्री हैं जन आशीर्वाद यात्रा के मंच में लगी फ्लेक्सी से तस्वीर गायब होने के बाद सवाल खड़े होना लाजमी है वहीं स्थानीय नेताओं की गायब तस्वीर के बाद जिले में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा विवादों से घिरी नजर आने लगी है बरहाल यह पार्टी का अपना अंदरूनी मामला है की किसे कहां रखना है लेकिन उनका तो ख्याल रखना चाहिए जिन्होंने संकट में भाजपा को संबल दिया।
अनूपपुर।
विधानसभा 2023 की तारीख के फाइनल होने के पहले प्रदेश की भाजपा सरकार अपनी जन कल्याणकारी नीतियों को लेकर जनता से आशीर्वाद चाह रही है कि फिर इस चुनाव में विजय हासिल कर वह सत्ता पर काबिज हो लेकिन इसके पहले आपस में ही भाजपा एक नहीं दिखाई पड़ रही है प्रदेश में कई नेता अब तक दल बदल चुके हैं वही दल बदल कर आए नेताओं पर शायद अनूपपुर जिले में भी पार्टी को भरोसा नहीं है तभी तो जन आशीर्वाद यात्रा के प्रवेश स्थल विधानसभा कोतमा में आयोजित जनसभा के मंच में लगाए गए बड़े फ्लैक्स से मंत्री बिसाहू लाल सिंह की तस्वीर गायब है,इतना ही नहीं जिन भी ओहदेदार नेताओं ने जन आशीर्वाद यात्रा के स्वागत को लेकर फ्लैक्स लगवाएं हैं उन्होंने भी बिसाहू लाल सिंह की तस्वीर से आखिर क्यों परहेज किया यह सवाल अपने आप में गंभीर है इसके साथ ही पार्टी को हर वक्त संगठित करने और दूरस्थ ग्राम तक झंडा उठाए रखने वाले नेताओं को भी फ्लैक्स में जगह नहीं दी गई जिसके कारण जन आशीर्वाद यात्रा विवादों से घिरी दिखाई देने लगी है।

अब तक जो थे खास वह भी बेगाने

कांग्रेस पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए बिसाहू लाल सिंह को सरकार में खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग का कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के बाद पार्टी के तत्कालीन जिला अध्यक्ष रहे बृजेश गौतम उनके सबसे करीबी माने जाने लगे इसके बाद बिना मंत्री की सहमति से न वह कुछ करते और न बिना बृजेश गौतम के मंत्री बिसाहू लाल सिंह कुछ करते लेकिन ऐसा क्या हुआ कि जन आशीर्वाद यात्रा के स्वागत में बृजेश गौतम द्वारा लगाए गए फ्लैक्स में भी मंत्री बिसाहू लाल सिंह की तस्वीर को भी उनके द्वारा जगह नहीं दी नहीं दिखी 
 दावेदार नही दिखा पाये दमदारी  
जिसे सामान्य विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के दर्जन भर दावेदार विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाए जाने एक माह से लगातार दिख रहे भोपाल दिल्ली एक किए हुए हैं हैं वह जन आशीर्वाद यात्रा की सभा खुले मैदान में करने की दमदारी आखिर क्यों नहीं दिखा पाये यह अपने आप में चर्चा का विषय बना हुआ है, जबकि जिले में जन आशीर्वाद यात्रा का प्रवेश विधानसभा कोतमा से ही हुआ,कोतमा के गांधी चौक में आयोजित सभा दावेदारी करने वाले नेताओं की जनता के बीच में कितनी पूंछ-परख है यह बताती है, बरहाल भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को कोतमा में जन आशीर्वाद यात्रा पर पहली नजर से निगाह डालने के बाद प्रत्याशी का चयन करना होगा अन्यथा इस बार भी यह दावेदार पार्टी को बैक फुट पर खड़ा कर सकते हैं।