अनूपपुर बिस्तर में भारी भ्रष्टाचार,पांच प्रतिशत कमीशन के बाद सुकून की नींद में भ्रष्टाचारी  

अनूपपुर - जिला पंचायत के सीईओ के मार्गदर्शन में अनूपपुर जिले की पंद्रह  अनसूचित जाति के छात्रावासों में इस सत्र बिस्तर व्यवस्था की जिम्मेदारी कार्यालय कलेक्टर जनजातीय विभाग अनूपपुर को सौंपी गई थी नियमतः बिस्तरों की राशि सीधे छात्रों के खाते में संधारित होनी चाहिए थी और यही से शुरू हुआ भ्रष्टाचार का बड़ा खेला और यही से शुरू हुआ बिस्तर में भ्रष्टाचार का खेल इस पूरे खेल में इन पंद्रह छात्रावासों में जिस तरीके से घटिया और गुणवत्ता विहीन बिस्तरों  की खरीदी की गई उनकी जाँच बहोत जरुरी है ,इस पूरे खेल में गद्दा खरीदी में जहाँ हजार के गद्दे का तीन हजार से अधिक कीमत पर क्रय किया गया तो वही कंबल में आठ से नौ सौ के कंबलों को पंद्रह सौ में क्रय किया गया तो वही तकिया के नाम पर भी कमीशन खोरी की गई , मिली जानकारी के मुताबिक इस पूरे खेल में लगभग तेरह लाख रुपये की बिस्तर खरीदी हुई और विभाग के कई जिम्मेदारों ने इसमें पांच प्रतिशत का कमीशन लिया और इस पूरे मामले में विभाग के जिम्मेदार कोतमा के एक ठेकेदार की मिलीभगत से अंजाम तक पहुँचाया गया इस पुरे मामले में छात्रावास अधीक्षकों ने सामग्री की गुणवत्ता को देखते हुए लेने से मना कर दिया या तो वापस कर दिया और जब सामग्री पर बड़े साहबानो को पांच प्रतिशत का मिला कमीशन तो इन साहबानो ने इन छात्रावास अधीक्षकों पर अपना दवाब डाल कर घटिया किस्म की सामग्री को लेने पर मजबूर किया गया 

वही दूसरी तरफ कलेक्टर जनजातीय विभाग अनूपपुर में कुछ लोगों के द्वारा जैम पोर्टल की यूजर आईडी जनरेट कर के उनका संचालन करते हुए अपने हिसाब और सुविधा को देखते हुए सामग्री का आर्डर किया जाता है ,अब सोचिये जब जिम्मेदार स्वयं जैम पोर्टल की जिम्मेदारी संभाल कर काम करने लगेंगे तो सही और गुणवत्ता से परिपूर्ण सामग्री की खरीदी की सम्भावना कैसे हो सकती है 

वही इस पूरे भ्रष्टाचार में अनूपपुर कलेक्टर जनजातीय विभाग के कई जिम्मेदार शामिल है अब अनूपपुर जिला पंचायत के सीईओ तन्मय वसिष्ट शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक अनूपपुर जाँच करें और सामग्री की गुणवत्ता और सप्लाई करता सहित उन जिम्मेदारों पर ठोस कार्यवाही करें जो दवाब बना कर इन छात्रावासों में सामग्री सप्लाई का काम करवाया इस पूरे खेल में कोतमा के एक तिवारी महोदय कलेक्टर कार्यालय जनजातीय विभाग के शर्मा जी जो इस गुणवत्ता विहीन सामग्री का विरोध किया था पर जब इन साहबान को भी उक्त ठेकेदार द्वारा तिवारी जी के संरक्षण में मिलवाया गया और एक कमीशन का प्रतिशत फिक्स हुआ तो  इन्ही साहबान महोदय ने छात्रावास के अधीक्षकों पर दवाब बनाते हुए इस गुणवत्ता विहीन बिस्तर को लेने पर विवस कर दिया गया 

 

क्या रुकेगा भुगतान 

अब सवाल यह उठता है की कड़कड़ाती ठण्ड में छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर बिस्तर व्यवस्था को अंजाम देने से पहले ही भ्रष्टाचारियों ने जिस कदर भ्रष्टाचार किया क्या उक्त ठेकेदार का जाँच पूर्ण होने तक भुगतान रोका जायेगा या थोड़ी और चढ़ोत्तरी ले कर उक्त ठेकेदार को भुगतान कर इस मामले को भी रफादफा कर दिया जायेगा 

इनका कहना है 

मुझे आप सूचि उपलब्ध करा दें मैं पूरे मामले की जाँच करवा लेता हूँ 

तन्मय वशिष्ट शर्मा सीईओ जिला पंचायत अनूपपुर 

मुझे इस खरीदी से से सम्बंधित जानकारी नहीं है मै पता कर लेती हूँ 

सरिता नायक सहायक आयुक्त आदिवासी कार्य परिषद विभाग अनूपपुर