मुंगावली ओलम्पिक खेलों का स्वामी विवेकानंद जन्मजयंती पर नगर परिषद ग्राउंड में हुआ पुरस्कार वितरण समारोह,मुंगावली ओलम्पिक खेलों का नगर परिषद ग्राउंड में हुआ पुरस्कार वितरण समारोह,,रिपोर्ट @ भारतेंद्र सिंह बैस अशोकनगर

मुंगावली ओलम्पिक खेलों का स्वामी विवेकानंद जन्मजयंती पर नगर परिषद ग्राउंड में हुआ पुरस्कार वितरण समारोह,मुंगावली ओलम्पिक खेलों का नगर परिषद ग्राउंड में हुआ पुरस्कार वितरण समारोह
अशोकनगर :- खेलेगी मुंगावली जीतेगी मुंगावली मुंगावली ओलंपिक खेलों का स्वामी विवेकानंद जयंती पर पुरस्कार वितरण कार्यकम आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष आलोक तिवारी, पूर्व राज्य मंत्री और विधायक बृजेंद्र सिंह यादव के भाई राजपाल यादव ,सासंद प्रतिनिधि पुष्पेंद्र दांगी, मंडल अध्यक्ष नागेंद्र परिहार, जिलाउपाध्यक्ष मनीष मोदी,अनुविभागीय अधिकारी रामबाबू सिंडोस्कर मुख्य नगर परिषद अधिकारी विनय भट्ट नगर परिषद् अध्यक्ष नीतू नरेश ग्वाल,के साथ कई अन्य जनप्रतिनिधि के साथ नगर परिषद के पार्षद गण के द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित रहे कार्यकम में सर्वप्रथम मा सरस्वती, मूर्धन्य पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी एवं स्वामी विवेकानंद जी कि चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर माल्यार्पण किया जिसमे नगर परिषद् अध्यक्ष प्रतिनिधि नरेश ग्वाल के द्वारा स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर उनके जीवन पर प्रकाश डाला जिसके बाद स्कूली छात्राओं ने रंगारंग प्रस्तुति दी , तो बही कार्यक्रम में सर्वप्रथम नेशनल ओर अंतराष्ट्रीय 30 खिलाड़ियों को मेडल शील्ड देकर सम्मानित किया गया तो बही मुंगावली ओलम्पिक खेलों में प्रथम द्वितीय तृतीय रहे सभी खिलाड़ियों को भी मेडल शील्ड देकर सम्मानित किया गया कार्यकम में स्वामी विवेकानंद जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए युवाओं के मार्गदर्शक नेता स्वामी विवेकानंद जी के द्वारा युवाओं को जो संदेश दिया हे कि उठो जागो और दौड़ो रुकना नहीं है उनके मार्गदर्शन के रूप में हमें अपने जीवन की आगे बढ़ाना है तो बही जिला अध्यक्ष आलोक तिवारी द्वारा सभी खिलाड़ियों को अपने जीवन के खेल का क्या महत्व है बताया कि नरेश ग्वाल के विशेष आग्रह पर में यहां उपस्थित हो पाया में अपने आप को आज आप लोगों के सामने उपस्थित रहकर इस कार्यक्रम में कई तो ऐसे बैठे हैं जिनकी उंगली पकड़ के समाज के क्षेत्र में चलना सीखा है जिसमें कहा कि आपके यहां इस ओलम्पिक खेलों की रैली निकाली गई थी उस दिन भी में शामिल नहीं हो पाया पर आग शामिल होकर मुझे कल्पना नहीं थी कि इतना उत्कृष्ट कार्य उत्कृष्ट परफॉर्मेंस इतना अच्छा कार्य निष्पादन करने वाले हो आप सबके एक कहना चाहता हूं कि में धन्य हूं इन छोटे छोटे नौनिहालों बच्चों को जिन्होंने अपने शैक्षणिक जीवन में खेल को सांस्कृतिक कार्यक्रमों को अभी नवजात के रूप में सीखा है मेरा हमेश प्रयास रहता है खेल जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि खेल हमारे मन को मस्तिक को मजबूत करते हैं जो व्यक्ति खेल खेलता है न वो जितना ओर जीत को स्वीकार ओर हारना ओर हार को स्वीकर करना जनता हैं जो खेल से नहीं घबराता है उदाहरण के द्वारा बताया कि एक नाली है उसको पार करना है जो प्रयास करेगा हो सकता हो उसके मन में संशय हो लेकिन जो प्रयास करेगा कोशिश करेगा बो पार कर जाएगा उससे उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा और जो रुक गया उसको प्रयास करना चाहिए, कहा कि जो ओलम्पिक खेलों में खेले बो बहुत अच्छे खेले बच्चो खेलना जरूरी है मैदान में उतरना जरूरी है स्कूल में आप जो खेल रहे हैं वह जीवन में बहुत काम आयेगा आपके परिवारिक जीवन में आप जब नौनिहाल बनोगे भारत का भविष्य बनोगे व्यापार करोगे नौकरी करोगे कुछ और भी करोगे योग सहयोग से नेता बन गए वो भी करोगे दुर्योग सहयोग से नेता बन गए तो वो भी करोगे लेकिन यह खेल आपको बहुत आगे ले जाएगा मन को मजबूत करेगा जीवन दो तरह के होते हैं एक सार्थक जीवन और एक सफल जीवन सफल जीवन जो हम अपनी आंखों से देखते हैं बढ़िया गाड़ी हैं मकान है शैक्षणिक उपलब्धियां प्राप्त की है गहने हैं बैंक बैलेंस हैं लोग कहेंगे की यह सफ़ल आदमी है लेकिन जब हम कुछ अच्छा करके जीए समाज को कुछ देकर जीए तो उसको हम कहते हैं सर्तक जीवन हैं सेंस फुल लाइफ है कार्यकम में सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं गई