ग्राम सोन मौहरी का सरपंच बुधन बाई मरावी किया लेटर पैड का दुरुपयोग
अनूपपुर/जैतहरी।
मूलचंद विश्वकर्मा का मौत 4 महीना पहले जेल बिल्डिंग में हुआ था उसकी पत्नी संतोषी ग्राम सोन मौहरी कि ग्राम सभा में सरपंच बुधन भाई मरावी से पूछा गया कि मेरे पति के नाम में रिपोर्ट करें  इसका प्रूफ चाहिए कि मेरा पति स्वर्गीय मूलचंद विश्वकर्मा 12 मवेशियों को मारा और उसकी हत्या करके जमीन पर दफना दिया गया पूरे ग्राम सभा में ग्रामीण के नागरिकों के सामने  सरपंच से यह सवाल किया तो सरपंच ने इसका जवाब नहीं दिया संतोषी विश्वकर्मा पति स्वर्ग की मूलचंद विश्वकर्मा बोली कि मेरा पति तो आज नहीं है लेकिन आप लोग झूठ-मूठ का लिखकर अपने लेटर पैड में एसपी थाना में घरों की इसलिए मैं ग्राम सभा में आया हूं कि मेरे को प्रूफ चाहिए कि मेरा पति 12 मवेशी को कब मारा और कहां पास मारा यह बताने का कष्ट करें। उनकी मुझे और मेरा पति को संतुष्टि ना मिलेगी आप सभी ग्राम वासियों सरपंच से बोलिए की जो लेटर पैड में लिखें इसका प्रूफ मुझे को चाहिए कि मेरा पति मारे हैं या नहीं मारे हैं झूठी कैसे बनाकर मेरा पति को जेल में अंदर करवा दिया गया आज मेरा पति जेल के अंदर ही मौत हो गई मेरे छोटे-छोटे बच्चे  किसके सहारे जिएंगे।
सरपंच ने किया जातिवादी
सरपंच बुधन भाई मरावी किया जातिवादी कि मूलचंद विश्वकर्मा ने हमारे जात को मारा है यह वीडियो में बार-बार बोली सरपंच तो इससे हमको यही पता चलता है कि मूलचंद को अन्दर करवाने में बुधन बुधन भाई का पूरा हाथ था जो अपने जात का सपोर्ट किया सही गलत कल जानकारी  नहीं लिया और अपने लेटर पैड में मूलचंद के खिलाफ लिखकर एसपी ऑफिस में घेराव किया वीडियो में यह भी दिख रहा है की जो मूलचंद विश्वकर्मा की पत्नी संतोषी  विश्वकर्मा सरपंच से सवाल किया उसे सवाल में सरपंची कुछ जवाब नहीं दिया ग्राम वासियों को कहना है की मूलचंद के ऊपर झूठी आरोप लगाकर सरपंच ने ढकवाया तो उसका निर्णय ई ग्राम सभा में करो यह सच है या झूठ तो यह साबित हो गया कि सरपंच ने अपनी लेटर पैड का उपयोग किया और झूठी कार्रवाई की मूलचंद विश्वकर्मा कोई मवेशी को नहीं मारा था झूठ मूठ कर जातिवादी कर का सरपंच ने उसको जेल में अन्दर करवायाऔर महिला का केस इतना बड़ा होता है उसे पर सुनवाई नहीं की सरपंच बुधन बाई मूलचंद विश्वकर्मा की पत्नी को साथ 7 लोग घर में घुसकर मारे उसको  नजर अंदाज करते हुए सरपंच ने उसका सपोर्ट नहीं किया उसकी कमर में चाकू मार दिए सर फोड़ दिए फिर भी कर सरपंच जातिवादी को लेकर अपनी जात का ही सपोर्ट किया जिस जाति में उसका व्यवहार बना रहे इसके कारण एक महिला की कोई सुनवाई नहीं हुआ और महिला के साथ-साथ उसके छोटे बच्चों को मारे उसका भी सुनवाई नहीं हुई सरपंच ने एक तरफा कैसे बनाकर मूलचंद को अंदर ढकवा दिया। एक कोरा कागज लेटर पैड में लिख कर दिया जो मूलचंद  के  साथ मार पीट और संतोषी विश्वकर्मा के साथ की उनके खिलाफ कार्यवाही किया उनको जल्द से जल्द हिरासत में लिया जाए और सरपंच  पर कार्यवाही किया जाए अभी तक इसका भी कोई जांच नहीं हुआ।