प्रियंका गांधी के ग्वालियर आने से कुछ नहीं होगा: इस बार चंबल-अंचल में होगा अप्रत्याशित परिवर्तन, आदिवासियों के मुद्दे पर खुली बहस करे कांग्रेस- केंद्रीय मंत्री तोमर

ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ग्वालियर दौरे पर पहुंचे, जहां कूनो पार्क में चीतों की हो रही मौत पर कहा कि चीता परियोजना हमारे क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण और प्रतिष्ठित योजना है इस प्रोजेक्ट के कारण ही इलाके में पर्यटन उद्योग बढ़ने वाला है. कई बार परिस्थितियां ऐसी रहती है कि जिस कारण लाए गए प्राणी को जलवायु सूट नहीं करता है जिसके चलते दिक्कत होती है लेकिन संबंधित वन विभाग के लोग हैं, वो पूरी तरह से उस व्यवस्था को संज्ञान में लिए हुए हैं. जो भी प्रयत्न किया जा सकता है वह वन्य प्राणी विशेषज्ञ और विभाग कर रहा है I
प्रियंका गांधी के आगमन से कुछ भी नहीं होने वाला
प्रिंयका गांधी के ग्वालियर दौरे को BJP में कील ठोंकना बताने वाली कांग्रेस के बयान पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जुबानी हमला बोला है I उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी कांग्रेसी कार्यकर्ता हैं वो नई नहीं है. ये पहले भी कांग्रेस में कार्यकर्ता थी, जब हम कांग्रेस को खत्म कर चुके है I प्रियंका गांधी के आगमन से कुछ भी नहीं होने वाला है I मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार फिर से स्पष्ट बहुमत लेकर बनेगी I
इस बार चंबल अंचल में अप्रत्याशित परिवर्तन होगा
विधानसभा चुनाव में ग्वालियर चंबल अंचल के साथ सिंधिया की भूमिका पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि इस बार ग्वालियर चंबल अंचल में अप्रत्याशित परिवर्तन होगा अधिकांश सीटों पर बीजेपी जीतेगी सिंधिया जी पार्टी के नेता हैं उनकी पूरी भूमिका रहेगी I
विपक्षियों का गठबंधन नहीं ठगबंधन है
बेंगलुरू में विपक्षियों की बैठक को लेकर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि विपक्षियों का जो गठबंधन है ये ठगबंधन है जनता को गुमराह करने वाला ठगबंधन है जिस गठबंधन का कोई उद्देश नहीं होता है, कोई मुद्दा नहीं होता है, ये वो ही गठबंधन है ये सभी मोदी जी की लोकप्रियता से घबराकर एक डाल पर बैठने की कोशिश कर रहे हैं जो डाल चुनाव आते-आते गिर जाएगी I
आदिवासियों के मुद्दे पर कांग्रेस खुली बहस कर सकती है
आदिवासियों पर हो रही राजनीति पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कांग्रेस चाहे तो 2003 से पहले और 2003 के बाद की तस्वीर देख ले कांग्रेस ने 2003 से पहले आदिवासियों के लिए क्या किया और 2003 के बाद बीजेपी ने क्या किया, देख ले इस मामले पर कांग्रेस हमसे खुली बहस कर सकती है I