हीरा तो हीरा है पर क्या भाजपाई इस हीरे को तराश पायेंगे,चुनावी हलचल तेज़ - विजय उरमलिया की कलम से

हीरा तो हीरा है पर क्या भाजपाई इस हीरे को तराश पायेंगे,चुनावी हलचल तेज़
अनूपपुर - भाजपा ने आज जो पहलीं लिस्ट जारी की उसमें अनूपपुर जिले की पुष्पराजगढ़ विधानसभा सीट पर हीरा के नाम पर मोहर लग गई और एक तरफ जहां चर्चा है कि हीरा तो पुष्पराजगढ़ का हीरा ही है पर पिछले विधान सभा मे जो भाजपा का हश्र देखने को मिला किसी से छुपा नही है जब भाजपा ने नरेंद्र मरावी को प्रत्याशी बनाया तो भाजपा कई खेमो में बंटी दिखी जिसका नतीजा परिणामो में भी दिखाई दिया तो क्या अब वही भाजपाई एक साथ हो कर इस हीरे को तराशने का काम करेंगे या फिर पूर्व चुनाव की तरह भाजपा आपसी लड़ाई में मशगूल रहती है ये तो समय ही बतायेगा, और जन चर्चा तो यहां तक है कि इस टिकट वितरण में सांसद महोदय की भी नही चली तो क्या सांसद हिमाद्री सिंह हीरा के साथ चुनावी मैदान में भाजपा के लिए काम कर पाएंगी बड़ा सवाल है,तो वही दूसरी तरफ पूर्व विधायक सुदामा सिंह टिकट कटने के बाद पूर्व चुनाव की तरह पार्टी के साथ बगावत करेंगे चूंकि पिछले चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ कर भाजपा को हराने में अहम योगदान किया था तो दूसरी तरफ मामा भांजे की खटास किसी से छिपी नही है तो भला ऐसे में सुदामा का हीरा को साथ मिलेगा ये भी अनिश्चितताओं से भरा हुआ है,हालांकि पार्टी ने विधायक फुन्देलाल सिंह मार्को को हराने के लिए टिकट का वितरण समय से पूर्व कर के ये साफ कर दिया कि पार्टी और कार्यकर्ता इस लड़ाई को जीतने में अभी से जुट जाएं,हालांकि विधायक फुन्देलाल सिंह मार्को एक मजबूत प्रत्याशी है जिनसे पार पाना भाजपा के लिए इतना आसान साबित होने वाला नही है,और ऊपर से टुकड़ों में बटी भाजपा को कांग्रेस से कम भाजपाइयों से ज्यादा खतरा है,दूसरी तरफ इस विधान सभा चुनाव से सांसद की शाख भी दांव पर लगी है अगर इस बार भाजपा पुष्पराज गढ़ सीट गंवाती है तो सांसद महोदया के लिए खतरे की घंटी है,तो वही संघ में नरेंद्र मरावी को भी साबित करना है कि क्या वो महज अपने लिए राजनीति में है या फिर पार्टी के लिए ,पुष्पराजगढ़ विधानसभा बहुत सारे नेताओं का भविष्य तय करेगा ये तो पक्का है